ग्राम समाचार,कटोरिया,बांका। विश्व मानव दुर्व्यापार निषेध दिवस के अवसर पर 30 जुलाई को गैर सरकारी संगठन मुक्ति निकेतन भागलपुर, कटोरिया ने जिला बांका में गाँव सरूआ, कैथा कुरा, फदुरा, बिचखनिया, तरूनिया एवं दोखडी में ट्रैफिकिंग के खिलाफ जनजागरूकता अभियान चलाया एवं महादलित टोला सरूआ से जनजागरूकता रैली निकाल कर गांव-गांव में बच्चों की ट्रैफिकिंग के बारे में नारे के साथ संदेश दिया गया। इस दौरान लोगों को ट्रैफिकिंग के खिलाफ शपथ भी दिलाई गई। मुक्ति निकेतन भागलपुर, कटोरिया, बांका अर्से से स्कूलों, आंगनबाड़ियों, पंचायतों के अलावा घर-घर जाकर बच्चों को ट्रैफिकिंग और बाल मजदूरी के खिलाफ जागरूकता अभियान चला रहा है और लोगों को बच्चों की ट्रैफिकिंग रोकने की शपथ दिला रहा है। इन सतत प्रयासों का उद्देश्य बच्चों की ट्रैफिकिंग और बाल श्रम के खिलाफ लोगों में जागरूकता के स्तर को बढ़ाना और इसकी बुराइयों से अवगत कराना है। यद्यपि पिछले एक दशक में देश में केंद्र और राज्य सरकारों ने बच्चों की ट्रैफिकिंग पर काबू पाने के लिए कई ठोस कदम उठाए हैं लेकिन आम लोगों में जागरूकता की कमी के कारण ये प्रयास पूरी तरह सफल नहीं हो पाए हैं।
देश के विभिन्न हिस्सों में बाल दुर्व्यापार या बच्चों की ट्रैफिकिंग को रोकना दशकों से एक बड़ी चुनौती है। यद्यपि सरकारी व गैर सरकारी स्तर पर प्रयासों के कारण ट्रैफिकिंग के मामले दर्ज होने की संख्या बढ़ी है लेकिन अभी भी बहुत कुछ करना शेष है। राष्ट्रीय अपराध रिकार्ड ब्यूरो के 2021 के आंकड़ों से पता चलता है कि देश में हर घंटे नौ बच्चे तापता होते हैं, जबकि रोजाना आठ बच्चे ट्रैफिकिंग के शिकार होते हैं। रिपोर्ट बताती है कि 2021 में देश 77,535 बच्चे लापता हुए जो 2021 के मुकाबले 31 फीसद ज्यादा है।
देश में बच्चों की ट्रैफिकिंग के बढ़ते मामलों पर चिंता जाहिर करते हुए मुक्ति निकेतन भागलपुर, कटोरिया, बांका के सचिव चिरंजीव कुमार सिंह ने कहा कि "यह तथ्य कि आज ज्यादा से ज्यादा लोग बच्चों के लापता होने की जानकारी देने सामने आ रहे हैं, अपने आप में एक बड़ा बदलाव है। यह इस बात का संकेत है कि जमीनी स्तर पर घर-घर जाकर हमने जो जागरूकता अभियान चलाया है, उससे लोगों की मानसिकता बदली है और सुखद नतीजे सामने आ रहे हैं। हालांकि सरकारें और कानून प्रवर्तन एजेंसियां पूरी मुस्तैदी से बच्चों की ट्रैफिकिंग रोकने के प्रयासों में जुटी हुई हैं लेकिन इस संगठित अपराध को देश से पूरी तरह खत्म करने के लिए एक कड़े एंटी-ट्रैफिकिंग कानून की सख्त जरूरत है इसलिए सरकार संसद में एंटी-ट्रैफिकिंग बिल शीघ्र पास कराए। "
इस कार्यक्रम में कैलास सत्यार्थी चिलेंड फाउण्डेशन (यू० एस० ) के सहयोगी संस्था मुक्ति निकेतन भागलपुर, कटोरिया, बांका के जिला समन्वयक मनोज कुमार सिंह, समुदायिक कार्यकर्ता अश्वनी कुमार सिंह, विजय कुमार, जयंत कुमार सिंह, सुलता कुमारी, राहुल सिंह, आशिष कुमार, प्रकाश दास, मन्ति सोरेन, नितेश कुमार, रौशन कुमार, सिन्ट कुमार हेमन्ति कुमारी (जिविका सि० एम०) कुमोद कुमार यादव (पंचायत अध्यक्ष दमोदरा), मन्दु कुमार दास (ST-SC प्रकोष्ठ प्रखण्ड अध्यक्ष कटोरिया) जिविका के सभ सदस्य एवं सभि गांव वासी उपस्थित थे।
उमाकांत साह,ग्राम समाचार संवाददाता,चांदन।
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