ग्राम समाचार,पंजवारा,बाराहाट,बांका। बिहार के बांका जिले के पंजवारा थाना क्षेत्र से होकर बहने वाली चीर नदी इन दिनों बिहार व झारखंड के लोगों के लिए जी का जंजाल बन कर रह गई है. इस चीर नदी पर बन रहे नए पुल के डायवर्जन के दूसरी बार ध्वस्त हो जाने की वजह से झारखंड के गोड्डा जिला से संपर्क टूट गया है. जानकारी हो कि इसी माह के 3 जुलाई को एक करोड़ की लागत से बना डायवर्जन नदी में बाढ़ आने की वजह से टूट गया था. इसके बाद डायवर्जन का मरम्मत कर आवागमन चालू किया गया था. लेकिन शुक्रवार की देर रात नदी में अचानक आई बाढ़ के कारण नदी पर आवागमन के लिए अस्थाई तौर पर बना डायवर्सन एक बार फिर से बह गया है. भेड़ा मोड़ - गोड्डा मुख्य सड़क मार्ग पर पंजवारा बाजार के समीप चीर नदी पर एक करोड़ की लागत से बने इस डायवर्सन को इस बार सावन की नजर गत 3 जुलाई को ही लग गई थी जब इस दिन दोपहर इस का
उत्तरी हिस्सा करीब 50 मीटर की दूरी तक बह गया था. इसके बाद तो जैसे बांका व गोड्डा जिले में हाहाकार मच गया था. पंजवारा क्षेत्र का गोड्डा जिला मुख्यालय से सीधा संपर्क भंग हो गया था. चीर पुल निर्माण की जिम्मेदारी ले रखने वाली एजेंसी पुल निर्माण निगम के अधिकारियों ने इसके 3 दिनों में चालू कर देने का तब दावा किया था. लेकिन आज तक डायवर्जन के मरम्मत का काम मंथर गति से चल रहा था. इसी दौरान दूसरी बार तेज बहाव के कारण शुक्रवार की देर रात डायवर्जन ध्वस्त हो गया है. डायवर्सन की कामचलाऊ मरम्मत के ठेका एजेंसी के मंसूबे को शुक्रवार की देर रात एक बार फिर से चीर नदी में आए उफान ने पानी पिला दिया.वैकल्पिक ग्रामीण सड़क मार्ग को गोड्डा प्रशासन ने किया बंद.
चीर नदी पर बनाए गए अस्थाई डायवर्जन के दूसरी बार बह जाने के कारण गोड्डा जाने के लिए लोगों विक्रमपुर - माराटीकर - खटनई गांव के रास्ते आवागमन करते थे. लेकिन इस ग्रामीण सड़क के काफी जर्जर एवं दलदली होने के कारण गोड्डा जिला प्रशासन ने इस सड़क मार्ग को आवागमन के लिए बाधित कर दिया है. जिसके चलते लोगों को काफी परेशानी हो रही है. इस सड़क मार्ग के बाधित होने से लोग बौसी - हंसडीहा होकर गोड्डा या फिर पंजवारा - धोरैया - कुरमा - फत्तूचक - महेशपुर के रास्ते गोड्डा आवागमन करने को विवश हैं. इन दोनों सड़कों का उपयोग करने से लोगों को काफी दूरी तय करनी पड़ रही है. जिसके चलते समय एवं पैसे की बर्बादी हो रही है.
ब्रजेश राठौर,ग्राम समाचार संवाददाता,पंजवारा।
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