ग्राम समाचार,बौंसी,बांका। ऐतिहासिक मधुसूदन मंदिर में भगवान मधुसूदन का पाँच दिवसीय झूलनोत्सव गोकुल वृंदावन की तर्ज पर रविवार से शुरू होकर 31 अगस्त को समापन हो जाएगा। आयोजन को लेकर भक्तों में अभी से ही उत्साह का माहौल है। आयोजन समिति बगडुबा इयोड़ी द्वारा इसकी तैयारी पूर्ण कर ली गई है। मंदिर की साफ सफाई एवं सजावट का काम करीब करीब पूरा कर लिया गया है। पांच दिवसीय झूलनोत्सव के पहले तीन दिन प्रथम तल एवं अंतिम दो दिन निचले तल पर मनाया जाएगा। सुबह में भगवान मधुसूदन के पंचामृत महास्नान के बाद श्रृंगारी पूजा के साथ श्रद्धालुओं द्वारा पूजा-अर्चना के बाद भगवान को रागभोग लगाया जाएगा। दोपहर भगवान प्रेक्षागृह शयन को जाते
हैं। झूलनोत्सव में पांचों दिन भगवान मधुसूदन का वरण वस्त्र अलग-अलग रंगों के पीला, लाल, गुलाबी, कैसरिया, हरा रंग का होगा। झूले पर आकर्षण युक्त चंदवा चादर पांचों दिन अलग-अलग होंगे। झूले को फूल-मालाओं व रंगीन लाइटों से सजाया जायेगा। भगवान मधुसूदन पहले और दूसरे दिन मंदिर गर्भगृह के सिंहासन पर विराजमान झूला झूलेंगे। तीन दिन मधुसूदन भगवान का झूला उत्सव निचले तल में आकर्षक साज सज्जा के साथ होता है। शाम में हर दिन भजन संध्या का कार्यक्रम आयोजित होगी। आयोजन में बगडुंबा निवासी मंटू सिंह, कैलाश सिंह प्रधान पुजारी उदय कांत झा एवं लक्ष्मण झा सहित पंडा समाज एवं बाबा यो परिवार के लोग कार्यक्रम की तैयारी में अहम भुमिका है।
रौशन कुमार,ग्राम समाचार संवाददाता,बौंसी।
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