ग्राम समाचार,चांदन,बांका। करोड़ों की लागत से बने अस्पताल में आए दिन मरीजों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। मरीजों को पर्याप्त दवा उपलब्ध नहीं होने से मरीज को खासी परेशानी झेलनी पड़ रही है। खासकर आज के सीजन में सर्दी खांसी की दवा दवाई उपलब्ध नहीं होने से डॉक्टर द्वारा मरीजों को बाहर से खरीदने के लिए कहा जा रहा है। विडंबना इस बात की है प्रखंड के एक बुजुर्ग मरीज मोनी देवी पति रामदेव यादव को डॉक्टर द्वारा पुर्जा पर टेबलेट Azithromycin 500 mg लिखा गया, लेकिन उन्हें काउंटर पर 500 mg दवा के जगह 250 mg की दवा दिया गया। वह भी दवाई का Exp Date 08/23 लिखा रहने के बावजूद भी मरीजों को दे दिया जाता है। यह कोई नया मामला नहीं है। जबकि भंडारण में दवाई उपलब्ध रहने के बावजूद भी समय पर मरीजों को दवाई उपलब्ध नहीं हो पाती है। जिस कारण स्वास्थ्य प्रबंधन के अनदेखी के कारण लगभग दवाई एक्सपायरी डेट के
करीब मरीजों को देकर भंडार की खानापूर्ति कर देते हैं। यह मामला सिर्फ बुजुर्ग महिला मोनी देवी के साथ नहीं बल्कि अस्पताल आए लगभग सभी मरीजों के साथ देखने को मिल रहा है। लगभग 80% मरीजों को बाहर मेडिकल से दवा खरीदने को कहा जाता है। मरीज भी मजबूर है चाहे वह डिलीवरी करने आए महिला हो या सर्दी खांसी बुखार के लिए आए मरीज हो इन सभी मरीजों को कुछ ना कुछ बाहर मेडिकल से दवा खरीदना पड़ रहा है। हालांकि खांसी की दवाई राज्य सरकार द्वारा शराबबंदी के बाद से ही अस्पताल में खांसी की दवाई पर रोक लगा दिया है। इस संबंध में जब प्रभारी चिकित्सक पदाधिकारी डॉ.एके.सिन्हा से फोन पर बात हुआ तो उन्होंने बताया कि अस्पताल में कुछ एंटीबायोटिक और खांसी की दवा उपलब्ध नहीं रहने के कारण मरीजों को बाहर मेडिकल से दवा खरीदने को कहा जा रहा है और Azithromycin 500 mg नहीं रहने के कारण उसके जगह पर Azithromycin 250mg दवा दिया जा रहा है। जो मरीज उसे एक टैबलेट की जगह दो टेबलेट का उपयोग करने को कहा जा रहा है।
उमाकांत साह,ग्राम समाचार संवाददाता,चांदन।
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