ग्राम समाचार,चांदन,बांका। खाद की कालाबाजारी कि मामला चांदन प्रखंड के विभिन्न क्षेत्र में इस कदर हावी हो गई है कि किसानों को खाद विक्रेता के आगे मजबूर हो गई है। यहां तक चांदन प्रखंड मुख्यालय सहित भैरोगंज, सुइया आदि बाजार अवस्थित सरकारी कृषि केंद्र में भंडारण खाद उपलब्ध होने के बावजूद। कई छोटे-मोटे दुकानों पर की कालाबाजारी चरम सीमा पर हो रही है। किसानों की ऐसे ही पर्याप्त वर्षा का पानी नहीं मिलने से चिंतित है, जिसके कारण किसान धान की रोपनी करने में अब तक इंद्र भगवान से आस लगाए बैठे हैं। वहीं रुक रुक कर थोड़ी बहुत वर्षा होने से किसान खाद के लिए दुकानदारों से आर्थिक दोहन का शिकार हो रही है। जहां किसानों को भारतीय डीएपी खाद 15 00 रुपए से लेकर 1600 रुपए तक चुकाना पड़ रहा है। वहीं भारतीय यूरिया खाद किसानों को एक
पैकेट का मूल्य ₹330 से लेकर 360 रुपए तक चुकाना पा रहा है। इस मामले में भैरोगंज बाजार के मोदी फर्टिलाइजर कृषि केंद्र दुकानदार वरुण बरनवाल ने बताया कि सरकारी खाद्य प्राप्त करने के लिए मोटी रकम लगानी पड़ती है। सरकारी मूल्य के अनुसार उचित काम पर आवंटन नहीं होने से अधिक पैसे देकर खाद मांगते हैं जिसके कारण किसानों से ऊंची दाम वसूलते हैं। जबकि किसान बताते हैं कि दुकान द्वारा आधार कार्ड के साथ पोस मशीन पर फिंगर ले लेते हैं, लेकिन पोस मशीन से पर्ची नहीं निकलने की बात का कर अवैध पैसे लेकर दोहन किया जा रहा है। अब देखना है इस खबर के माध्यम से जिला पदाधिकारी किसानों के हित के लिए ऐसे कालाबाजारी करने वाले दुकानदारों के विरुद्ध किया कार्रवाई करते हैं।
उमाकांत साह,ग्राम समाचार संवाददाता,चांदन।
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