भारतीय इतिहास में 15 अगस्त का दिन एक महत्वपूर्ण मोड़ है। 1947 में इसी दिन भारत ने अंग्रेजी शासन से मुक्ति पाई थी और स्वतंत्रता प्राप्त की थी। यह साल भारतीय स्वतंत्रता संग्राम के 77वें वर्षीय उत्सव का भी है, और इस अवसर पर हम सोचते हैं कि आखिरी 77 सालों में हमने किन-किन दिशानिर्देशों का पालन किया है और कैसे हमें आगे की दिशा में बढ़ना चाहिए।राजीव कुमार
स्वतंत्रता न केवल भौतिक रूप से आजाद होना होता है, बल्कि मानसिक और आध्यात्मिक दृष्टिकोण से भी। हमारे पूर्वजों ने स्वतंत्रता प्राप्त करने के लिए न सिर्फ विद्रोह किया, बल्कि उन्होंने अपने मानसिकता में भी स्वतंत्रता का आदर्श दिखाया। वे न केवल अपनी आजादी, बल्कि आने वाली पीढ़ियों की स्वतंत्रता की भी चिंता करते थे।
भारतीय स्वतंत्रता संग्राम के बाद, हमने अपने समाज में कई महत्वपूर्ण सुधार किए हैं। न्याय, समानता, और विकास के लिए हमने कई सुविधाएं स्थापित की हैं। लेकिन हमें और भी मिलकर काम करना है, जैसे कि जाति और लिंग के आधार पर भेदभाव को मिटाना।
स्वतंत्रता के बाद हमने आर्थिक दृष्टिकोण से भी कई उन्नतियाँ प्राप्त की हैं। हमारी आर्थिक मंदी से बाहर निकलकर हमने अपनी आर्थिक प्रगति की दिशा में कई कदम बढ़ाए हैं। लेकिन अभी भी हमें गरीबी को हराने और सभी को समृद्धि की दिशा में ले जाने के लिए मिलकर काम करना है।
स्वतंत्रता संग्राम के बाद हमने शिक्षा के क्षेत्र में भी कई सुधार किए हैं, लेकिन अभी भी हमारे देश में अनेक लोग शिक्षा से वंचित हैं। हमें सुनिश्चित करना होगा कि हर कोई शिक्षित हो, केवल पढ़े लिखे होने से ही नहीं, बल्कि समझदार और सद्गुणी बनने का मार्ग भी दिखाना होगा।
स्वतंत्रता के बाद भारतीय जनता ने अपने देश की सेवा में अपना पूरा समर्पण दिखाया है। हमने विभिन्न क्षेत्रों में अपनी मेहनत और योगदान से दुनिया में अपने देश का मानचित्र बदला है।
यह 77वीं स्वतंत्रता दिवस हमें एक नई दिशा की ओर बढ़ने का संकेत देता है। हमें अपने देश के सामाजिक, आर्थिक, शैक्षिक, और वैज्ञानिक क्षेत्र में और भी बड़े कदम उठाने हैं। हमें अपने गरीबी को हराने, जातिवाद को मिटाने, और एक सशक्त भारत की दिशा में अग्रसर होना है।
77वीं स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर हमें यह समझना चाहिए कि हमारे पूर्वजों ने हमें एक महान देश में पैदा किया है, और अब यह हमारी जिम्मेदारी है कि हम उनकी आशीर्वादों का सदुपयोग करके देश को और भी उच्चतम ऊंचाइयों तक पहुँचाएं। इस स्वतंत्रता दिवस पर हमें आत्मनिर्भर भारत की दिशा में नए संकल्प लेने का समय है और सभी मिलकर इस महान उपकरण के साथ नए दिन की शुरुआत करने का संकल्प लें।
जय हिन्द, जय भारत!
- राजीव कुमार
(एडि़टर इन चीफ, ग्राम समाचार)
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