प्रदेश में अपनी मांगों को लेकर आशा कार्यकर्ताओं की हड़ताल लगातार जारी है। रेवाड़ी में आशा कार्यकर्ता यूनियन संबंधित एआईयूटीयूसी ने यूनियन की प्रधान राजबाला और सचिव संतोष देवी के नेतृत्व में मुख्य चिकित्सा अधिकारी सीएमओ को आशा कर्मियों की समस्याओं से संबंधित ज्ञापन प्रेषित किया और उसकी एक एक प्रतिलिपि मुख्यमंत्री, स्वास्थ्य मंत्री, मिशन डायरेक्टर एनएचएम को भी सीएमओ की मार्फत प्रेषित की गई।
एआईयूटीयूसी के राज्य प्रधान कॉमरेड राजेंद्र सिंह एडवोकेट ने आशा कर्मियों को संबोधित करते हुए कहा कि प्रदेश सरकार ने वर्ष 2018 से आशा कर्मियों का एक भी पैसा नही बढ़ाया है, जबकि काम का बोझ कई गुना बढ़ा दिया । इस महंगाई के जमाने में आशा कर्मियों का गुजारा होना बहुत मुश्किल हो रहा है। न्याय हित में यह जरूरी है कि आशा कर्मियों को सरकारी कर्मचारी का दर्जा दिया जाए और आशा कर्मियों में से 25 प्रतिशत को ए एन एम बनाया जाने का कानून पास किया जाए। पी एच सी, सी एच सी एवम सरकारी अस्पताल आने जाने के लिए फ्री बस पास उपलब्ध किया जाए, सामाजिक सुरक्षा दी जाए।
गौरतलब है की आशा कर्मियों को डिलीवरी संबंधित मामलो में रात को हॉस्पिटल जाना पड़ता है। कॉमरेड राजेंद्र सिंह ने कहा की आशा कार्यकर्ता यूनियन लंबे समय से आंदोलनरत है परंतु सरकार गूंगी बहरी बनी हुई हैं। सीएमओ ने निकट भविष्य में मिशन डायरेक्टर एन एच एम से मिलाने का आश्वासन भी दिया और डिप्टी सीएमओ राजबीर ने कहा कि सी एम ओ से बात करके जो भी समस्याएं उनकी स्तर की है ,उनका समाधान अविलंब कर दिया जायेगा।
आशा कार्यकर्ता यूनियन आगामी 28 अगस्त को सी एच सी स्तर पर सरकार का पुतला फूंक कर विरोध प्रदर्शन आयोजित किया जायेगा। आशा कार्यकर्ता यूनियन की नेत्री सुषमा देवी, पूनम देवी, सोनू शर्मा, अंशु लक्ष्मी देवी, विद्या देवी, गीता देवी, सरती, मंजू, अनीता, कुसुमलता, ज्योति, सुदेश, मीना, कृष्णा मीनाक्षी, ममता, सरोज, भावना, सुमन आदि ने सम्बोधित किया। किसान नेता रामकुमार निमोठ व कंवर सिंह पूर्व सरपंच मीरपुर सहित काफी नागरिकों ने आशा कर्मियों की मांगों का समर्थन किया।
0 comments:
एक टिप्पणी भेजें