महिला एवं बाल विकास विभाग की ओर से जिला में डीसी मोहम्मद इमरान रजा के मार्गदर्शन में विश्व स्तनपान सप्ताह मनाया जा रहा है, जिसके तहत प्रतिदिन अलग-अलग गतिविधियां आयोजित करते हुए महिलाओं को स्तनपान के बारे में जागरूक किया जा रहा है। विश्व स्तनपान सप्ताह सोमवार 7 जुलाई तक चलेगा।
विश्व स्तनपान सप्ताह के तहत बुधवार को वेबीनार के माध्यम से जिला स्तर स्तनपान को सक्षम बनाना-कामकाजी माता-पिता के लिए बदलाव लाना विषय पर कार्यशाला का आयोजन किया गया। वेबीनार में जिला कार्यक्रम अधिकारी शालू यादव, सीएमओ डा. सुरेंद्र यादव, डा. सीमा मितल, एसएमओसीएसी मीरपुर सरोज रंगा, परियोजना अधिकारी रेवाड़ी शहर सुमन यादव, विभिन्न खंडों के एसएमओ, जिला आशा कोऑर्डिनेटर व खंड आशा कोऑर्डिनेटर, सभी खंडों की सर्कल सुपरवाइजर व आंगनवाड़ी वर्कर तथा केन्द्र मे उपस्थित महिलाओं ने भाग लिया। डा. सीमा मित्तल ने पीपीटी के माध्यम से महिलाओं को बच्चे को स्तनपान करवाने के लाभ बताए।
जिला कार्यक्रम अधिकारी ने महिलाओं को जागरूक करते हुए कहा कि स्तनपान बच्चों के लिए वरदान है। महिलाओं को शिशु के जन्म के छह माह तक बच्चे के अपना दूध पिलाना चाहिए। जन्म के आधे घंटे के भीतर ही बच्चे को दूध पिलाना लाभदायक होता है। उन्होंने कहा कि मां के दूध में पौष्टिक तत्व और एंटीबॉडी होते हैं जो बच्चे को गंभीर बीमारियों से बचाते हैं। इसमें मां भी शारीरिक और मानसिक रूप से मजबूत रहती है। स्तनपान न करने वाले बच्चे कमजोर होते हैं और बीमारियों से लड़ते रहते हैं। इससे शारीरिक रूप से उनके बीमार होने पर मां के साथ परिवार के अन्य सदस्य परेशान रहते हैं। उन्होंने माताओं से आह्वान किया कि वे बच्चों को जन्म के कम से कम छह महीनों तक अपना दूध पिलाए और उसका पालन-पोषण करें।
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