Bounsi News: विद्युत आपूर्ति बाधित रहने से उपभोक्ता हलकान,रात होते ही बिजली कटौती से चोरो का आतंक बढ़ने की सम्भावना से लोगों में दहशत व्याप्त

ग्राम समाचार,बौंसी,बांका। बौंसी प्रखंड और नगर पंचायत क्षेत्र में इन दिनों बिजली कटौती की समस्या ने लोगों को परेशान कर रखा है। खास कर ग्रामीण क्षेत्रों में लोगों को रतजगा करना पड़ रहा है। इसके साथ-साथ शहरी क्षेत्र में अघोषित बिजली कटौती से लोगों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। जब बिजली कटौती की जानकारी के लिए विद्युत विभाग के पदाधिकारी को फोन किया जाता है तो वह उपभोक्ता से बात तक करने को तैयार नहीं होते। उपभोक्ता का फोन ही रिसीव नहीं करते हैं। जब विद्युत कटौती की जानकारी के लिए बिजली ऑफिस में फोन किया जाता है तो, ज्यादातर बिजली कटौती के बाद फोन स्विच ऑफ रहता है। जिसको लेकर भी उपभोक्ता परेशान रहते हैं। दिन के अलावा रात में भी लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। रात में बिजली नहीं रहने की वजह से लोगों को दिक्कतें हो रही है। बिजली कटौती की वजह से सबसे ज्यादा परेशानी घरेलू कार्यों में हो रही है। रोजाना बिजली कटौती से लोगों में भी काफी आक्रोश है। इस बाबत स्थानीय लोगों ने कहा कि बिजली कटौती की समस्या से काफी परेशानी हो रही है। बिजली विभाग के राहुल कुमार ने बताया कि पावर का सप्लाई कम होने के साथ-साथ कई जगहों पर जंफर टूटने की वजह से विद्युत आपूर्ति बाधित हो रही है, जिसे जल्द सुधार कर लिया जायेगा। जबकि बौंसी शहर को मात्र तीन मेगा बिजली सप्लाई दिया गया। चर्चा है कि बाराहाट - बांका के बीच 33 हजार केवी का एक फेज फाल्ट के कारण ग्रामीण से लेकर शहरी क्षेत्र के लोग भी घंटों 

परेशान हुए। जबकि इसके पूर्व मंगलवार रात्रि आठ बजे से आठ मेगावाट की जगह चार मेगावाट सप्लाई से बिजली सुविधा प्रभावित रही है। विभाग ने कहा कि उपर से ही डेढ़ मेगावाट बिजली और कमी कर दी गई है। लोड सेटिंग में काट-काट कर चलाना मजबूरी है। बौंसी पावर हाउस में बौंसी और बाराहाट ग्रामीण फीडर है। बाराहाट पावर हाउस से 33 हजार केवी बांका ग्रिल्ड से संचालित है। बौंसी और बाराहाट ग्रामीण के इन दो फीडरों में रात 11 बजे से 12 बजे तक बाराहाट फीडर के सबलपुर, नगर पंचायत के झपनियां, बौंसी मेला ग्राउंड, पंडाटौली, रामनगर, भैयाभीठा में बिजली की गंभीर समस्या है। वहीं बौंसी ग्रामीण फीडर लक्ष्मीपुर डैम, अंगारु जबड़ा से लेकर श्यामबाजार, डहुआ, कैरी, फागा, असनाहा, सरूआ, गोकुला, सांपडहर आदि दर्जनों गांव में चार बजे सुबह तक लाइन नहीं मिलने से बिजली उपभोक्ता परेशान रहे। रात होते ही बिजली कटौती से चोरो का आतंक बढ़ने की सम्भावना से लोगों में दहशत व्याप्त है। मालूम हो कि  बीते दो दिनों से बिहार को केंद्रीय सेक्टर से कम बिजली मिल रही है। रविवार को केंद्रीय सेक्टर से दो हजार मेगावाट कम बिजली मिली। इस कारण पटना सहित राज्यभर में बिजली संकट कायम रही। राज्य में तीन दर्जन से अधिक ग्रिडों को प्रतिबंधित कर चलाया गया। सैकड़ों फीडर को बारी- बारी से बिजली आपूर्ति की गई। इस कारण पटना सहित राज्य के सभी जिले में बिजली की जमकर लोडशेडिंग हुई। आठ से दस घंटे तक बिजली कटौती हुई। छुट्टी के दिन बिजली कटौती से लोग परेशान रहे। जानकारी के अनुसार एनटीपीसी से बिहार को 6232 मेगावाट आवंटित है। लेकिन, 10 बिजली घरों का संचालन तकनीकी खराबी के कारण या तो नहीं हुआ या उससे कम बिजली मिली। एनटीपीसी से बिहार को कहलगांव 78 52 बमुश्किल चार हजार मेगावाट ही बिजली मिली। जरूरत से दो हजार मेगावाट कम बिजली मिलने के कारण पटना सहित सभी जिले में लोडशेडिंग की गई। कंपनी अधिकारियों के अनुसार राज्य के 40 ग्रिड को प्रतिबंधित कर दिया गया। दो सौ से अधिक फीडर को बारी-बारी से बिजली आपूर्ति की गई। कम बिजली मिलने के कारण शहरी क्षेत्रों में बमुश्किल 18 घंटे बिजली आपूर्ति हुई। लेकिन, अर्द्धशहरी व ग्रामीण इलाकों में 14-16 घंटे ही बिजली आपूर्ति हुई। हालांकि किसानों को किसी तरह की परेशानी नहीं हो, इसके लिए कृषि फीडर को 16 घंटे बिजली दी गई। कम बिजली मिलने के कारण बिजली कंपनी ने खुले बाजार से बिजली खरीदारी की कोशिश की पर सफलता हाथ नहीं लगी। अधिक बोली लगाने के बावजूद कंपनी को खुले बाजार से पर्याप्त बिजली नहीं मिल सकी।

रौशन कुमार,संवाददाता,बौंसी।

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Editor - कुमार चंदन,ब्यूरो चीफ,बाँका,(बिहार)

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