ग्राम समाचार,चांदन,बांका। माता साबित्री बाई फुले मंच, अम्बेडकर युवा मंच तथा बिहार लोक मंच के संयुक्त तत्वावधान में जन समस्याओं को लेकर प्रखंड मुख्यालय परिसर में दलित मुक्ति मिशन के संस्थापक निर्देशक महेंद्र कुमार रोशन की नेतृत्व में शुक्रवार 29 सितंबर दिन के 11:30 एक दिवसीय धरना- प्रदर्शन आयोजित की गई। धरना प्रदर्शन में उपस्थित महिलाओं ने एक स्वर से नारा दिया कि, " पीने लायक पानी दो, खाने लायक अनाज दो और घर तक जाने का रास्ता दो" का नारा बुलंद करते हुए बताया कि नलजल योजना के तहत कुछ गांव छोड़कर आजतक एक बूंद पानी नसीब हुआ है, उदाहरण के रूप में दक्षिण वारने पंचायत के भैरोपुर, मंझली पुझार टोला कुसुमजोरी पंचायत दहगिलवा, कुरुमटाड़ सोंतारी आदि अन्य गाँव के लोग पुराने कुवां- चापाकल, नदी-जोर के गंदे पानी पीने पर मजबूर हैं।आगे बताया की हमलोग उसना चावल खाते हैं, किन्तु पीडीएस दुकानदार द्वारा अरवा चावल दिया जाता है।वो भी कम वजन में। इस अवसर पर माता साबित्री बाई महिला मंच के सदस्यों ने बताई की प्रखंड के अधिकतर दलित आदिवासी क्षेत्रों में आज भी नौनिहाल बच्चे शिक्षा से वंचित है।इसका मुख्य
कारण गांव में आंगनबाड़ी केंद्र नहीं है। यदि है भी तो गांव से दूर केंद्र होने से छोटे बच्चे को पैदल जाना संभव नहीं है। जिसे लेकर उन्होंने मिनी आंगनवाड़ी केंद्र की मांग की। साथ ही साथ उन्होंने कई गांव मे आज तक घर से मुख्य मार्ग तक रास्ता नही होने की बात बताया।उदाहरण स्वरूप कुसुमजोरी पंचायत के सोंतारी गांव है जहां दलित समुदाय के लोग बसे हुए है लेकिन अजादी के 75 सालो तक आने जाने का रास्ता नही होने की बात बताई। साथ ही नया राशन कार्ड,जन्म प्रमाण पत्र मृत्यु प्रमाण पत्र आदि अन्य दस्तावेज बनाने की प्रक्रिया सुलभ कराने का मांग किया। और 11 संसदीय प्रतिनिधि मंडल के साथ चान्दन सीओ प्रशांत शांडिल को मांग पत्र सोंपा। इस बीच चांदन सीओ प्रशांत शांडिल्य ने प्रदर्शन कारी का मांग पत्र स्वीकार करते हुए,राशन कार्ड से वंचित लाभुक विधवा महिला की फरियाद पर मौके से प्रखंड आपूर्ती पदाधिकारी को अवगत करा शिघ्र निदान कराने का आश्वासन दिया।इधर प्रदर्शन कारियों ने बताया की सम्बन्धित विभाग हमारी मांग पर विचार नही करती है तो आगे और लड़ाई लड़ी जाएगी। इस मौके पर संस्था के निर्देशक महेंद्र कुमार रौशन, के अलावा सावित्रीबाई के नेत्री झूमा देवी, रूबी देवी, सरिता देवी, किरण देवी, शनिचरी देवी, मीना देवी, कविता कुमारी, रीना देवी, ललिता देवी, समाजिक कार्यकर्ता सुनीता देवी, रामू ताती, देवराज कुमार, रामजी ठाकुर, बुधन दास, गंगो दास, भगवान दास, बुलबुल कुमार, रंजन कुमार, गणेश दास, नीरज कुमार, साबित देवी, सहदेव दास के सैंकड़ो महिला पुरुष मौजूद थे।
उमाकांत साह,ग्राम समाचार संवाददाता,चांदन।
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