ग्राम समाचार,चांदन,बांका। सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र चान्दन प्रभारी चिकित्सक डॉक्टर ऐ के सिंहा के नेतृत्व में शुक्रवार 22 सितंबर को राष्ट्रीय कृमि मुक्ति दिवस के अवसर पर प्रखंड क्षेत्र के विभिन्न प्रारंभिक स्कूल आंगनबाड़ी केंद्र एवं दर्जनों प्राइवेट शिक्षण संस्थान के बच्चे एवं किशोर किशोरियों को निशुल्क एल्बेंडाजोल की दवाई खिलाई गई। जिसमें एक वर्ष से दो वर्ष के बच्चों आधा टैबलेट एवं 2 वर्ष से 3 वर्ष के बच्चों को एक टैबलेट चुरा करके, साथ ही 3 वर्ष से 19 वर्ष के बच्चे एवं किशोर एवं किशोरियों को एक टैबलेट चबवाकर खिलाई गई। इस कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए प्रखंड क्षेत्र के सभी आशा कर्मियों का महत्वपूर्ण योगदान रहा। इसके अलावा शिक्षण संस्थान के शिक्षकों के द्वारा बच्चों को एल्बेंडाजोल दवाई खिलाई गई। वही आज के इस आयोजित कार्यक्रम का असर भारी बारिश ने से खलल पड़ गई बावजूद अधिक से अधिक बच्चों को दवा खिलाई गई है। दूसरे दिन का कार्यक्रम 27
सितंबर को होना है छूटे गए सभी 1 से 19 वर्ष के बच्चों को दवा खिलाई जाएगी। इस आशय की जानकारी देते हुए प्रभारी चिकित्सक एके सिन्हा ने बताया कि कृषि की दवा वर्ष में दो बार खिलाई जाती है। कृमि की दवा दवाई खाने से कोई साइड इफेक्ट नहीं होती है। पेट में कीड़े होने से बच्चे एवं किशोर को खून की कमी हो जाती है जिसके कारण बच्चे दुबलापन एनीमिक जैसे कृषि संक्रामक रोग के प्रभाव तुरंत दिखाई ना दे लेकिन वह बच्चों के स्वास्थ्य शिक्षा और संपूर्ण विकास को लंबे समय तक नुकसान पहुंचा सकते हैं कृमि नियंत्रण की दवाई संक्रामक रोग की रोकथाम करती है। उन्होंने बताया कि 22 सितंबर शुक्रवार को सभी शिक्षण संस्थान में दवाई वितरण किया गया बाकी छूट गए बच्चों को 27 सितंबर को दवाई खिलाई जाएगी। जिसमें खासकर ऐसे बच्चे और किशोर किशोरी जो स्कूल नहीं जाते हैं उन पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है विशेषज्ञों के अनुसार पेट में कृमि होने से कई तरह की समस्या हो सकती है। जिसे रोकथाम के लिए वर्ष में दो बार निशुल्क कृषि रोधक खिलाई जाती है।
उमाकांत साह,ग्राम समाचार संवाददाता,चांदन।
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