ग्राम समाचार,चांदन,बांका। बिहार दलित विकास समिति एवं दलित मुक्ति मिशन द्वारा गठित माता साबित्री बाई छात्र मंच के तत्वावधान में मंगलवार 12 सितंबर को कुसुम जोरी पंचायत के ज्ञान भवन कडवामारण में संस्था के निदेशक महेंद्र कुमार रौशन की अध्यक्षता में बाल अधिकार गोष्ठी आयोजित की गई। गोष्ठी में वर्ग अष्टम से दशम वर्ग के बच्चे, एवं अभिभावक के साथ कोचिंग शिक्षक भी शामिल हुए। गोष्ठी के दौरान राज्य शिक्षा समन्वयक राधामोहन सिंह ने बताया कि बच्चों को मोबाईल से दूर रखें और नियमित विद्यालय भेजे। सरकार इस दिशा में सकारात्मक पहल कर रही है। जबतक आम लोग पहल नहीं करेंगे तबतक सरकार चाहे जितना भी अच्छा प्लान बनाएगी सफल नहीं होगा। बच्चों को घर पर स्व-अध्ययन, कोचिंग और स्कूल के लिए अलग अलग रूटीन बनाया जाना चाहिए। अभिभावक का काम है रूटीन के हिसाब से बच्चे तैयारी कर रहे हैं या नहीं उसे देखना और सुझाव भी देना साथ ही बच्चों को खेलने
और मनोरंजन का भी अवसर देना अनिवार्य है। इस अवसर पर दलित मुक्ति मिशन के अध्यक्ष सह निदेशक महेन्द्र कुमार रौशन ने बताया कि 8 वीं, 9वीं एवं 10 वीं कक्षा की पढ़ाई ही शिक्षा का मूल आधार माना जाता है। कोई भी प्रतियोगी परीक्षा में इन्हीं कक्षा से अधिकतर सवाल पूछे जाते हैं, इसलिए मैट्रिक तक की पढ़ाई की तैयारी अच्छे से करने की जरूरत है। उडीसा से आये राघव नायक ने बताया कि बच्चों को अपने वर्ग में अच्छे से केवल बात सुनने से 60 प्रतिशत तक का मार्क्स हासिल कर सकते हैं, इसलिए सुनना, समझना और रूटीन वर्क करना जरूरी है। इस अवसर पर शिक्षक रामू ताती, देवराज कुमार, विष्णुदेव कुमार, दिपक कुमार एवं जितेंद्र यादव नें भी बच्चों को पढ़ने का टिप्स दिया। कार्यक्रम में बच्चे, अभिभावक एवं शिक्षक सहित कुल 99 लोग शामिल हुए जिसकी अध्यक्षता समाजिक कार्यकर्त्ता महालाल बेसरा और लखन मुर्मू नें किया।
उमाकांत साह,ग्राम समाचार संवाददाता,चांदन।
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