रेवाड़ी के खोरी गाँव खोरी जिला रेवाड़ी निवासी दिव्यांग वर्धजन रामा देवी, व दिव्यांग पुत्र महेंद्र सिंह दोनों माँ -बेटे आंखों से 100% दिव्यांग है।
राज्य व केंद्र सरकार ने आजतक तक दिव्यांग मा -बेटे का पहचान के पहचान के दस्तावेज नही बनाकर दिया, जिस कारण इनका न तो परिवार पहचान पत्र बन पाया न ही BPL राशन कार्ड बन पाया, न ही डिजिटल दिव्यांग सर्टिफिकेट बन पाया है,
आजतक न तो किसी सरकार ने न ही किसी अन्य सामाजिक संस्था ने इनकी पीड़ा को समझा और सहयोग के लिये आगे आये जब ये मामला सामाजिक कार्यकर्ता कैलाश चंद एड्वोकेट के संज्ञान में आया तो अधिवक्ता ने इनकी फरियाद पहले तो जिला उपायुक्त रेवाड़ी के सामने रखी, उसके बाद माननीय मुख्यमंत्री मनोहर लाल के सामने पीड़ित माँ-बेटे को खड़ा कर दिया, परन्तु विडंबना आज तक पीड़ितों का कोई भी दस्तावेज नही बन सका।
इसी प्रकार का एक मामला सतवीर सिंह का है जिसकी सुनवाई दिनाक 12 सितंबर 2023 को जिला न्यायालय रेवाड़ी में हुई तब कोर्ट केस में सम्बंधित अधिकारी न्यायालय में हाजिर हुए थे, तो कैलाश चंद अधिवक्ता ने दिवव्यांग मा-बेटे के मामले में भी अधिकारियो को अवगत करवाया की अगर पीड़ित मा बेटे के दस्तावेज जल्द से जल्द नही बनाये गए तो उनका मामला भी जिला न्यायालय के समक्ष रखा जाएगा।
जिस पर सम्बंधित अधिकारियो को होश आया और कल दिनांक 13 सितंबर 2023 को पीड़ित मा बेटे के घर पर पहुचे और दिव्यांग रामा देवी का परिवार पहचान पत्र बनाकर दे दिया, परन्तु बड़े दुख की बात है की दिव्यांग महेंद्र सिंह का अब तक न तो आधार कार्ड बनाया गया न ही परिवार पहचान पत्र, ओर न ही दोनों की दिव्यांग सर्टिफिकेट न ही दिव्यांग पेंशन बनाई गई है
कैलाश चंद अधिवक्ता पीड़ितों की समस्या समाधान के लिये केस की तैयारी कर ली है जल्द ही पीड़ितों की समस्या को न्यायालय के समक्ष रखकर दस्तावेज बनवाये जाएंगे।
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