एशियन गेम्स बैडमिंटन में चिराग-सात्विक ने रचा इतिहास, भारत ने 61 साल में पहली बार पुरुष युगल में जीता स्वर्ण, रेवाड़ी के खिलाड़ियों ने खुशी जाहिर की।
विक्रमादित्य कम्युनिटी हॉल मे आज सुबह बैडमिंटन खिलाड़ियों ने एक दूसरे को बधाई देकर एशियाई खेलों में बैडमिंटन के पुरुष युगल स्पर्धा में भारत के स्वर्ण पदक जितने पर खुशियां मनाई l पिछले 25 वर्षों से खेल रहे बैडमिंटन खिलाड़ी राकेश गर्ग ने बताया -
एशियाई खेलों में बैडमिंटन पुरुष युगल के इतिहास में भारत का यह सिर्फ दूसरा पदक है। इससे पहले 1982 दिल्ली एशियाई खेलों में भारत के लेरॉय डीसा और प्रदीप गांधे की जोड़ी ने कांस्य पदक जीता था।
हांगझोऊ एशियाई खेलों के बैडमिंटन के पुरुष युगल स्पर्धा में भारत के चिराग शेट्टी और सात्विकसाईराज रैंकीरेड्डी की जोड़ी ने इतिहास रच दिया है। भारतीय जोड़ी ने फाइनल में दक्षिण कोरियाई जोड़ी को 2-0 से हराकर सोना हासिल किया। इन दोनों ने इस स्पर्धा में भारत को पहली बार स्वर्ण पदक दिलाया है।
पुरुष युगल के फाइनल में चिराग और सात्विक का सामना कोरिया की सोलग्यू और वोन्हो की जोड़ी को पहले गेम में 21-18 से हराया। यह मुकाबला 29 मिनट तक चला। वहीं, दूसरे गेम में भारतीय जोड़ी ने 21-16 से जीत हासिल की और स्वर्ण अपने नाम किया। दूसरा गेम 27 मिनट तक चला। भारतीय जोड़ी ने 56 मिनट में मैच खत्म किया और स्वर्ण पर कब्जा जमाया।इस अवसर पर विभिन खिलाड़ी मौजुद रहे - कैलाश राजपाल, पंकज अग्रवाल, नवीन मक्कड़ सेक्रेटरी, हिमांशु, अरुण, विनेश,अंकुर, परवीन, संजीव, केशव, राजेश यादव, भविष्य यादव, संजीव यादव, सिद्धार्थ यादव आदि मौजूद रहे।
0 comments:
एक टिप्पणी भेजें