ब्यूरो रिपोर्ट ग्राम समाचार बांका। पिछड़ा और अति पिछड़ा वर्ग के छात्रों के लिए काम की खबर है। अगर उनको प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी करनी है तो पैसे की बाध्यता नहीं आएगी। बस आपमें लगन होनी चाहिए। बांकी सरकार आपके लिए यह व्यवस्था की है। दरअसल,राज्य सरकार द्वारा पिछड़ा वर्ग और अति पिछड़ा वर्ग के छात्र-छात्राओं को बांका जिले के पी बी एस कॉलेज में प्राक् परीक्षा प्रशिक्षण केंद्र खोला गया है। यहां पर विभिन्न प्रतियोगी परीक्षाओं की निशुल्क तैयारी की जाती है। इसमें सिविल सेवा, बैंकिंग , रेलवे और केंद्र व राज्य सरकार की विभिन्न प्रतियोगी परीक्षाओं की निःशुल्क तैयारी कराई जाती है। इस संस्था के निदेशक (डॉ) प्रोफेसर सुरेश बिंद ने बताया कि यहां पर बैच बनाकर सुबह 7 बजे से 10 बजे तक विभिन्न विषयों के शिक्षक के द्वारा पढ़ाई करवाई जाती है।
प्रत्येक प्राक् परीक्षा प्रशिक्षण केंद्र में 60-60 छात्र-छात्राओं के 2 बैच प्रशिक्षण अवधि 6 माह संचालित कराए जाने का प्रावधान है। प्रत्येक केंद्र में प्रशिक्षण कार्यक्रम के लिए कुल उपलब्ध सीटों में से 40% पिछड़ा वर्ग तथा 60% अति पिछड़ा वर्ग के छात्र छात्राओं के लिए होंगे। अति पिछड़ा वर्ग के छात्र-छात्राओं की अनुपलब्धता की स्थिति में पिछड़ा वर्ग के छात्र छात्राओं का नामांकन किए जाएंगे। छात्र-छात्रा की आयु सीमा एवं न्यूनतम शैक्षणिक योग्यता संबंधित कोर्स के अंतर्गत होने वाली प्रतियोगिता परीक्षा के लिए निर्धारित न्यूनतम अर्हता के अनुरूप होनी चाहिए। छात्र-छात्रा बिहार राज्य के स्थाई निवासी हो। पिछड़ा वर्ग एवम अति पिछड़ा वर्ग के सदस्य हो। छात्र-छात्रा के अथवा उनके अभिभावक अधिकतम वार्षिक आय श्रोतों को मिलाकर 100000 होनी चाहिए।
विशेषज्ञ शिक्षक करवाते हैं तैयारी
इस प्राक् प्रशिक्षण केंद्र में प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी कर रही छात्रा पुजा का कहना है कि वह यहां निशुल्क शिक्षा लेती है। गरीब और असहाय बच्चों के लिए इस तरह की संस्था वरदान के रूप में कार्य कर रही है। एक और छात्रा कोमल कुमारी का कहना है कि हम लोगों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा दिया जाता है। यहां सभी विषयों के शिक्षकों द्वारा उचित मार्गदर्शन प्रदान किया जाता है। इस संस्था में तैयारी करा रहे शिक्षक देवानंद कुमार का कहना है की की वो इन बच्चों को सबसे निम्न स्तर से उच्च स्तर की गणित को सिखाकर प्रतियोगी परीक्षा के अनुकूल बनाना है।
कुमार चंदन,ब्यूरो चीफ,बांका।
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