रेवाड़ी में एम्स संघर्ष समिति के बुलावे पर धरना स्थल पर माजरा एम्स निर्माण शुरू करने, तब तक माजरा एम्स के नाम से ओपीडी चालू करने, एमबीबीबीएस की क्लास शुरू करने की मांगों को लेकर विशाल महिला पंचायत का आयोजन किया गया इसके लिए शुंकतला प्रेमवती, संतोष, सावित्री मुन्नी कमला आशा सरला कोशल्या सरला टिकनिया, मिसरी देवी, पुष्पा उर्मिला इंदिरा पुष्पा किरणदेवी, रेशम देवी, चंद्रो देवी की एक अध्यक्ष मंडली का गठन किया। जिनका रहनुमाई में पंचायत का संचालन किया गया। उम्मीद से बाहर पूरे जिला से भारी संख्या में महिलाओ ने हिस्सा लिया।
महिलाओ ने परंपरा गत तरीके से गीत गाकर एम्स निर्माण की मांग को लेकर आंदोलन तेज करने का आवाहन किया और सरकार को लेट लतीफी के लिए भी गीतों के माध्यम से कोसा। महिलाओ ने गीत के माध्यम से वोट बटोरने वालो हो लो सावधान, महिलाए आ रही है, के गीत गाकर सरकार के कान खड़े कर दिए। इस जिला की एम्स आंदोलन के इतिहास में महिलाओ की यह पहली पंचायत थी । एम्स संघर्ष समिति के प्रधान स्योताज सिंह ने महिला समेत आए लोगो का आभार व्यक्त किया। एम्स संघर्ष समिति के प्रवक्ता कॉमरेड राजेंद्र सिंह एडवोकेट ने एम्स संघर्ष समिति द्वारा अभी तक चलाए गए आंदोलन का इतिहास रखते हुए सरकार की मंशा पर सवाल खड़े किए। कॉमरेड सिंह ने कहा की कुछ आदमी हमसे पूछते है कि सरकार की मंशा में खोट कहा है । हमारा जवाब है कि 2015 से आज तक एम्स निर्माण बारे सरकार की मंशा में खोट ही खोट है । 2015 से 2018 तक घोषणा के बाद इसे बट्टे खाते में डाल दिया गया था। एम्स निर्माण बारे मुख्यमंत्री को कुरेदा गया तो अति उत्साह बताकर पल्लू झाड़ लिया ।आंदोलन के दवाब में आकर घोषणा करनी पड़ी । टेंडर फ्लोट होने से ठीक 2 दिन पहले मनेथी की जमीन को अरावली का बता दिया । एम्स संघर्ष समिति ने विरोध किया तो एक कमिटी बनाई गई कि अरावली में जमीन है या नही ,परंतु उस कमिटी की रिपोर्ट आज तक भी नहीं आई।
माजरा के किसानों द्वारा जमीन देने के बाद अभी हाल हुए टेंडर को रद्द कर दिया गया । टेंडर रद्द के पीछे कोई कारण नहीं था । टेंडर तो 3 नवंबर तक अप्लाई के लिए था , कर 31 अक्टूबर को ही टेंडर रद्द कर दिया। आखिर क्यों? सरकार के पास इसका कोई जवाब नहीं है। जन आक्रोश के चलते दोबारा टेंडर जारी करना पड़ा । यह खोट नही तो क्या है?
कार्यकारी अध्यक्ष बाबू कैलाश चंद ने बताया की 26 नवंबर को पूरे इलाके में बाइक रैली आयोजित की जायेगी और 10 दिसंबर को महा पंचायत आयोजित कर बड़े निर्णायक फैसले लिए जायेगे जो सरकार की नीद हराम कर देंगे । रेवाड़ी विधायक चिरंजी राव ने भी अपने विचार रखे।
एम्स संघर्ष समिति के तमाम सदस्य कर्नल राजेंद्र, मास्टर लक्ष्मण, धर्मवीर बलदोडिया आचार्य नेष्टिक, बीडी यादव, कुलदीप सिंह, भारत मास्टर जी, नरेंद्र सिंह, कृष्ण, डॉक्टर एच डी यादव ओमप्रकाश सैन, देसराज राजकुमार महबीर पंच अमर सिंह राजपुरा भूप सिंह आर्य, मूलचंद आर्य, पवन रामकुमार निमोठ, सावल राम समेत अनेक लोग शामिल रहे। मंच संचालन बहन कमलेश देवी ने किया।
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