ब्यूरो रिपोर्ट ग्राम समाचार बांका। हिंदू धर्म में दिवाली के पर्व का खास महत्व होता है। दीपोत्सव का यह पर्व हर साल कार्तिक मास की अमावस्या के दिन मनाया जाता है। पूरे भारत में इस पर्व का अलग ही उत्साह देखने को मिलता है। इस दिन पूरा देश दीये को रोशनी से जगमगा उठता है। हिंदू धर्म में दिवाली को सुख-समृद्धि प्रदान करने वाला त्योहार माना जाता है। इस दिन धन की देवी मां लक्ष्मी और सुख-समृद्धि के देवता भगवान श्री गणेश की पूजा की जाती है। मान्यता है कि दिवाली के दिन ही प्रभु श्रीराम लंकापति रावण को हरा कर अयोध्या लौटे थे। 14 वर्ष का वनवास पूरा कर भगवान राम के लौटने की खुशी में अयोध्या वासियों ने पूरे अयोध्या को दीयों को रोशनी से सजा दिया था। तभी से पूरे देश में दिवाली मनाई जाती है। दीपोत्सव का यह पर्व पूरे पांच दिनों तक चलता है। इस साल कार्तिक मास की अमावस्या तिथि 12 नवंबर 2023 की दोपहर 2 बजकर 44 मिनट से शुरू हो रही है। इसका समापन अगले दिन 13 नवंबर 2023, सोमवार की दोपहर 2 बजकर 56 मिनट पर होगा। हिंदू धर्म में वैसे तो उदया तिथि के आधार पर पर्व और त्योहार मनाए जाते हैं, लेकिन दिवाली के दिन लक्ष्मी पूजा रात में प्रदोष काल के समय
करना शुभ होता है, इसलिए दिवाली 12 नवंबर 2023 को मनाई जाएगी। जिसको लेकर अभी से ही बौंसी नगर पंचायत सहित प्रखंड क्षेत्र के शहरी एवं ग्रामीण इलाकों में असर दिखाई देने लगा है। सभी लोग अपने अपने घरों एवं अपने दुकानों की साफ सफाई में जुट गए हैं। मालूम हो कि दीपावली में शेष 10 दिन रह गया है। प्रखंड क्षेत्र में दीपावली की रात होने वाली काली पूजा की तैयारियां जोरों से चल रही है। शहरी व ग्रामीण क्षेत्र के विभिन्न मां काली मंदिरों को रंग-रोगन कर विभिन्न तरह से सजाया जा रहा है। वहीं मां लक्ष्मी की पूजा को लेकर लोगों द्वारा अपने घरों, दुकानों व पूजालयों को साफ-सुथरा कर आकर्षक ढंग से सजाने-संवारने का काम किया जा रहा है। चौक-चौराहों पर चहल-पहल बढ़ गयी है। सभी लोग दीपावली व मां काली की पूजा की तैयारी में व्यस्त दिख रहे हैं। विभिन्न स्थानों पर मूर्ति कलाकारों द्वारा मां काली की प्रतिमा को अंतिम रूप देने में दिन-रात मेहनत करते हुए देखे जा रहे हैं। वहीं प्रखंड क्षेत्र के कई काली मंदिरों में रात्रि को भजन, कीर्तन, नाटक मंचन आदि का भी आयोजन किया जाता है। जबकि शहर के पुरानी हॉट स्थित काली मंदिर एवं थाना मोड़ स्थित काली मंदिर में भी कई तरह के कार्यक्रम आयोजित होते हैं। जहां बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं का जुटान होता है।
कुमार चंदन,ब्यूरो चीफ,बांका।
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