ब्यूरो रिपोर्ट ग्राम समाचार बांका। बौंसी नगर पंचायत की मुख्य पार्षद कोमल भारती ने गुरुवार को पत्रकारों को बुलाकर जानकारी देते हुए बताया कि, बौंसी नगर पंचायत के कार्यपालक पदाधिकारी रविशंकर प्रसाद सिंह के द्वारा अवैध रूप से चार कर्मियों की बहाली की गई है। जिस बाबत उन्होंने जिलाधिकारी अंशुल कुमार को लिखित आवेदन देकर मामले से अवगत कराया है। आवेदन में बताया गया है कि, नगर पंचायत बौंसी अंतर्गत कार्यपालक पदाधिकारी के द्वारा मनमाने तरीके से कार्य की जाती है। जिसके तहत नगर पंचायत बौंसी अंतर्गत हो रहे विकास से संबंधित कार्य के व्यय के पूर्व अनुमोदन से संबंधित पूर्व में पत्रांक संख्या 13 दिनांक 3/11/2022 कार्यपालक पदाधिकारी को दिया गया था। परंतु अनुमोदन से संबंधित किसी भी तरह की कार्यवाही या अनुपालन सुनिश्चित नहीं किया गया है। जबकि यह वित्तीय मामला है। बताया गया की नगर पंचायत बौंसी में कार्यपालक पदाधिकारी के द्वारा बिना सामान बोर्ड या सशक्त अस्थाई समिति के सहमति के बिना कार्यालय में अवैध रूप से पत्रांक 68 दिनांक 8/4/2023 के द्वारा तीन कमी शैलेश कुमार, धर्मवीर कुमार भगत उर्फ सोनू, प्रीति कुमारी की नियुक्ति कर दी गई है। जबकि कार्यालय में मुख्य पार्षद को पत्रांक 68 में 10/4/2023 का एक पत्र मिला था। साथ ही एक और कमी कुमार आकाश की नियुक्ति पत्रांक 79 दिनांक 25/4/2023 से कर दिया गया है जो अवैध रूप से की गई है। साथी
यह भी बताया गया है कि नगर पंचायत बौंसी का कार्यालय कार्य अमरपुर नगर पंचायत में संचालन किया जाता है। जबकि कार्यालय बौंसी में उपलब्ध है जब मुख्य पार्षद के द्वारा किसी तरह की विकास से संबंधित बातें होती है तो कार्यपालक पदाधिकारी के द्वारा कहा जाता है कि, आप अमरपुर आकर देखिए और समझिए। साथ ही आवेदन में यह भी बताया गया है कि, नगर पंचायत बौंसी का विकास से संबंधित कार्य को समय पर ना करना या समय पर भुगतान न करना इस तरह के रवैया से विकास कार्य बाधित हो रहा है और आम जनों में सरकार की छवि खराब हो रही है। साथ ही बताया गया है कि नगर पंचायत बौंसी अंतर्गत जेम पोर्टल के माध्यम से क्रय किए हुए सामग्री की आपूर्ति नहीं कराई जाती है। बोर्ड बैठक में लिए गए प्रस्ताव से संबंधित विभाग को ससमय पत्राचार नहीं किया जाता है। बौंसी नगर पंचायत क्षेत्र के स्ट्रीट लाइट की समस्या का समाधान भी नहीं किया जाता है। इन सभी मामले को लेकर मुख्य पार्षद कोमल भारती के द्वारा लिखित आवेदन देकर जिलाधिकारी अंशुल कुमार को अवगत कराया गया है। साथ ही मुख्य पार्षद ने बताया कि, कार्यालय के कर्मी धर्मवीर कुमार भगत उर्फ सोनू के द्वारा मुख्य पार्षद के साथ अभद्र व्यवहार भी किया जाता है। हालांकि सोनू कुमार के द्वारा भी बताया गया है कि मुख्य पार्षद के द्वारा चप्पल उठाकर मारने की बात कही गई है। इस मामले में मुख्य पार्षद ने बताया कि, उनके ऊपर लगाया गया आरोप निराधार है। साथ ही नगर पंचायत कार्यालय के ऑफिस पर समय से पूर्व ताला जड़ देने के मामले में मुख्य पार्षद ने बताया कि, छठ पर्व को लेकर एसडीआरएफ की टीम के साथ पापहरणी सरोवर का जायजा लेने के लिए जाना था और कार्यालय में अवैध रूप से कमी को बहाल किया गया है। जिस वजह से कल दिन कार्यालय में अगर कुछ अनहोनी घटना हो जाती है तो उस कर्मी पर भरोसा नहीं किया जा सकता है। जिस वजह से ऑफिस से कमी को बाहर निकाल कर कार्यालय में ताला जड़ दिया गया।
कुमार चंदन,ब्यूरो चीफ,बांका।
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