ग्राम समाचार,बौंसी,बांका। देवउठनी एकादशी प्रखंड क्षेत्र के शहरी एवं ग्रामीण क्षेत्र में गुरुवार को हर्षोल्लास से मनाया गया। महिलाओं ने व्रत भी रखा। मान्यता के अनुसार इस दिन भगवान विष्णु 5 माह की निद्रा के बाद जगते हैं। इसके बाद से सभी मांगलिक कार्य शुरू हो जाता है। इस दिन लोगों ने घरों में भगवान सत्यनारायण की कथा भी की और तुलसी-शालिग्राम के विवाह का आयोजन भी किया। माना जाता है कि, देवउठनी एकादशी को भगवान श्रीहरि 5 माह की गहरी निद्रा से उठते हैं। भगवान के सोकर उठने की खुशी में देवोत्थान एकादशी मनाया जाता है। इसी दिन से
सृष्टि को भगवान विष्णु संभालते हैं। इसी दिन तुलसी से उनका विवाह हुआ था। परम्परानुसार देव देवउठनी एकादशी में तुलसी जी का विवाह किया जाता है, इस दिन उनका श्रंगार कर उन्हें चुनरी ओढ़ाई जाती है और परिक्रमा की जाती है। शाम के समय रौली से आंगन में चौका पूरा कर भगवान विष्णु के चरणों को कलात्मक रूप से अंकित की गई। रात्रि को विधिवत पूजन के बाद प्रात:काल भगवान को शंख, घंटा आदि बजाकर जगाया गया और पूजा करके कथा सुनी गई।
कुमार चंदन,ब्यूरो चीफ,बांका।
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