ब्यूरो रिपोर्ट ग्राम समाचार बांका। प्रखंड क्षेत्र के छठ घाटों में लोक आस्था का महा पर्व छठ को लेकर उनकी तैयारी एवं निरीक्षण का दौरा शुरू हो चुका है। वहीं दूसरी और स्थानीय युवाओं एवं क्षेत्र के समाजसेवियों और श्रद्धालुओं के द्वारा सोशल मीडिया के माध्यम से घाटों में पसरी गंदगी और समस्याओं को लेकर आवाज उठाई जा रही है। लोगों का कहना है कि, नगर पंचायत बनने के बाद उन्हें काफी उम्मीद थी कि घाट का सौन्दर्यीकरण और इसका विस्तार होगा। मगर अब तक ऐसा कुछ नहीं होने से लोगों में घोर निराशा है। लोगों ने बताया कि यहां के महत्वपूर्ण घाट में छिलका घाट और पापहरणी सरोवर घाट महत्वपूर्ण है। जहां हजारों की संख्या में भगवान सूर्य के दर्शन के लिए श्रद्धालुओं की भीड़ उमराती है। मगर अब जब छठ व्रत में 20 दिन से भी काम का समय शेष रह गया है। अभी तक साफ सफाई, घाट निर्माण
और किसी भी तरह का कार्य आरंभ होता नहीं दिखाई दे रहा। इन घाटों पर गंदगी का अंबार लगा है। जगह-जगह गंदगी का पहाड़ सा खड़ा हो गया है। साथ ही पानी की कमी के अलावा पानी की गंदगी भी लोगों को रास नहीं आ रही है। छिल्का घाट पर कचरा का अंबार लगा है। जो पानी में घुलकर गंदगी को और संक्रमण को बढ़ावा दे रहा है। इसे सीघ्र ही अभियान चलाकर दुरुस्त और समाधान करने की आवश्यकता है। स्थानीय लोगों ने कहा कि घाटों पर इतनी समस्याएं हैं। इन समस्या के हल के लिए अब समय भी काम रह गए हैं। हालांकि छठ घाटों का नगर पंचायत की अध्यक्ष कोमल भारती ने अपनी टीम के साथ एक दिन पूर्व ही निरीक्षण किया है और यहां की समस्याओं के समाधान को लेकर आश्वासन दिया है।
दुर्गा पूजा के बाद ही हो जाता था पाप हरनी के जल का निर्मलीकरण
मालूम हो कि प्रत्येक वर्ष दुर्गा पूजा के समाप्ति के पश्चात ही प्रशासनिक व्यवस्था के दौरान पापहरणी सरोवर की साफ सफाई एवं उनके जल की साफ सफाई तथा निर्मलीकरण किया जाता था। इस वर्ष दुर्गा पूजा के बाद का 10 दिन का समय बीत गया है। फिर भी पापहरणी सरोवर के घाट एवं जल के साफ-सफाई को लेकर प्रयास नहीं आरंभ हुआ है। हालांकि नगर पंचायत प्रशासन का दावा है कि, समय रहते यह कार्य सफलतापूर्वक पूरा कर लिया जाएगा।
कुमार चंदन,ब्यूरो चीफ,बांका।
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