दक्षिण हरियाणा के लोगों को एम्स का सपना दिखाने वाली बीजेपी का एक और झूठ सामने आ गया है। बावल के माजरा गांव में बनने वाले एम्स का टेंडर रद्द हो गया है। जिसके चलते लोगों को अब और इंतजार करना पड़ेगा कि कब तक एम्स बनेगा। वहीं, 33 दिन से धरने पर बैठे एम्स संघर्ष समिति का मानना है कि टेंडर कैंसिल करने में कोई प्रशासनिक कारण नहीं है बल्कि चुनावी कारण है। एम्स के बनाने वाली कंपनियों की तकनीकी खामियों और किए गए मापदंडों पर खरा ना उतरने के चलते टेंडर रद्द किए गए हैं। नए सिरे से और नई प्रक्रिया के तहत ही टेंडर शुरू किए जाएंगे। रेवाड़ी से कांग्रेस विधायक चिरंजीव राव ने कहा है कि भाजपा सिर्फ और सिर्फ झूठे वादे कर कर लोगों को गुमराह करती है। वर्ष 2015 में एम्स की घोषणा की गई थी और 8 वर्ष बीत जाने के बाद भी शिलान्यास का पत्थर तक नहीं रखा गया है। जबकि किसान भाइयों ने स्वेच्छा से जमीन भी दे दी है। उसके बावजूद भी भाजपा सरकार जनता को बरगला रही है।
विधायक चिरंजीव राव ने कहा भाजपा सरकार जानबूझकर एम्स नहीं बनवाना चाह रही है। कभी कुछ तो कभी कुछ बहाना लगाकर भाजपा एम्स को लटका रही है। अब टेंडर को कैंसिल कर दिया गया है, सरकार द्वारा पहले ही कंपनी को अच्छे से क्यों नहीं जाँचा गया। हमारे दक्षिणी हरियाणा के लोग कितने परेशान हैं फिर भी इतने बड़े मामले को सरकार हल्के में ले रही है। इससे साफ पता चलता है कि भाजपा सरकार एम्स को नहीं बनवाना चाह रही है। लेकिन दक्षिणी हरियाणा के लोगों को हम विश्वास दिलाते हैं कि कांग्रेस की सरकार बनते ही एम्स का कार्य शुरू करवा दिया जाएगा।
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