हिदूवादी संगठनों के पदाधिकारीयों ने राम भक्तों का स्वप्न साकार होनें की कड़ी में 22 जनवरी को भगवान श्री राम लला अपने जन्म स्थान पर बनाई गई भव्य मंदिर में राष्ट्रभक्ति प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अगवाई में विराजमान होंगे। इसी कड़ी में श्री श्याम मंदिर अनाज मंडी, रेवाड़ी में पं. मोहनदास शास्त्री द्वारा मंत्र उच्चारण पूजा अर्चना के साथ द्वीप जलाकर कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में पंडित मोहन दास शास्त्री ने भगवान श्री राम के आदर्शों पर ही हिंदुत्व सनातन संस्कृति जिन्दा है। इस अवसर पर विश्व हिंदू परिषद के जिला अध्यक्ष राधेश्याम मित्तल ने कहा 22 जनवरी को श्रीराम की प्राण प्रतिष्ठा समारोह के समय 10 करोड लोग श्री राम का जाप करेंगे और रामचरित्र मानस का पाठ देश भर में होगा। उन्होंने कहा भगवान श्री राम हम सभी के लिए आदर्श के रूप में हमेशा जाने जाते रहेंगे। राजेश प्रधान ने कहा भगवान श्री राम का महान व्यक्तित्व हमेशा देशवासियों को सनातन संस्कृति की प्रेरणा देते रहेंगे। भगवान श्री राम के आदर्श पिता की सेवा की प्रेरणा देते हैं। जितेंद्र बाल्मीकि ने कहा भारतीय संस्कृति और संस्कारों को जीवित रखने हेतु भगवान श्री राम के आदर्शों पर चलने की आवश्यकता है।
कार्यक्रम के संयोजक डॉ.आर.के. जांगड़ा विश्वकर्मा, सदस्य, स्वच्छ भारत मिशन हरियाणा सरकार एसटीएफ ने कहा राम राष्ट्र की प्राण है। उन्होंने कहा राम मंदिर के बनने का मतलब भारत का नवनिर्माण है। भारत में विधर्मी आक्रमण कारीयों ने बड़ी संख्या में हिंदू मंदिरों का विध्वंस किया और सोमनाथ मंदिर को बार-बार आक्रमण कर लूट गया। स्वतंत्रता के बाद सरकार ने मुस्लिम वोटो के लालच में ऐसी मस्जिदों,मजारों आदि को बनी रहने दिया जैसे भगवान श्री राम मंदिर के सीने पर बनी मस्जिद, श्री कृष्ण जन्मभूमि और काशी विश्वनाथ के सीने पर बनी मस्जिदें सदा से हिंदुओं को उदवलित करती रही है। श्री राम मंदिर को बाबर के आदेश से 1528 में उनके सेनापति मीर वाकी नें गिरा कर एक मस्जिद का निर्माण किया था। उन्होंने कहा 22 जनवरी को भगवान श्री राम अपनें जन्म स्थान पर बनाये गये भव्य मंदिर में विराजमान होंगे। इस अवसर पर लगभग 500 वर्षों के आंदोलन के पश्चात श्री राम भक्तों का स्वप्न साकार होने जा रहा है। श्री राम मंदिर आंदोलन में हजारों की संख्या में राम भक्तों ने अपने प्राणों की आहुति देते हुए कुर्बानी दी उनके बलिदान को नमन किया गया। 6 दिसंबर 1992 अयोध्या में कार सेवा में शहीद राम कोठारी व शरद कोठारी के बलिदान को भी याद किया गया। कार्यक्रम में कार सेवकों और राम मंदिर निर्माण में लगे लोगों की कुर्बानी हेतु उनकी आत्मा की शांति के लिए द्वीप प्रज्वलित कर नमन किया गया। कार्यक्रम में महान समाज सुधारक, शिक्षाविद,भारतीय संविधान निर्माण, भारतीय संविधान निर्माता बाबा साहेब डॉ.भीमराव अंबेडकर जी के परिनिर्वाण दिवस पर पुष्पांजलि अर्पित कर उनको नमन किया गया। डॉ.विश्वकर्मा ने कहा बाबा साहेब का संपूर्ण जीवन गरीब, शोषित, वंचित बंधुवों की सेवा करने का करता है। इस अवसर पर पंडित मोहन दास शास्त्री, राधेश्याम मित्तल, राजेश प्रधान, जितेंद्र बाल्मीकि, यमन भारद्वाज साहिल सैनी नितेश कुमार,राजेंद्र सिंह, राधेश्याम शर्मा, अजय शर्मा, अरुण यादव, अमन सिंह, अनिल शर्मा आदि अनेक राम भक्त उपस्थित रहे।
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