ग्राम समाचार,बौंसी,बांका। रविवार शाम मंदार की पावन धरती पर स्थित मेला मैदान में सीताराम विवाह महोत्सव के पहले दिन कथा मंच की शुरुआत आरती के साथ शुरू हुई। कार्यक्रम आरंभ होने से पूर्व मंगलाचरण किया गया, कथा वाचिका ने बताया कि श्रीरघुनाथ जी के राम नाम की वंदना करने से समस्त पाप धुल जाते हैं। राम नाम ब्रह्मा, विष्णु, महेश और समस्त वेदों का प्राण स्वरूप है जो कि प्रकृति के तीनों गुणों का दिव्य भंडार है। उन्होंने कहा कि राम कथा सिंहनी का दूध है। ये कथा मिट्टी के पात्र में टिकने वाली चीज नहीं है। कथा वाचिका ने व्यास मंच से संतों के बारे में विस्तृत जानकारी देते हुए कहा कि संत दयालु, उदार और सच्चरित्र वाले होते हैं. इसके पूर्व पत्रकारों को कथावाचिका ने बताया कि मंदार क्षेत्र के निवासियों में देवात्माओं का अंश है। यह काफी पवित्र स्थली है। बिहार पहली बार आयी कथावाचिका ने कहा कि सचमुच में भाग्यशाली हूं। उन्होंने कथा मंच से कई भजन प्रस्तुत कर श्रद्धालु महिला पुरुषों का जीवन के यथार्थ से परिचय कराया। धन्य है सत्तपुरुषों का संग बदल देता है जीने का ढंग, मेरे अवध बिहारी सांवरिया मोहें ले चल अपनी नगरिया, सिया राम बोलो सहारा मिलेगा, यह मानव जन्म ना दुबारा मिलेगा सहित कई अन्य भजन मंच से प्रस्तुत किये गये। इसके पूर्व महोत्सव मंच से कथावाचिका की आरती उतारी
गयी, फूल माला से स्वागत किया गया। कथा मंच से संत राम चरित्र दास, महंत श्री नरहरि दास, कथावाचक गौरव कृष्ण शास्त्री सहित अन्य ने भी प्रवचन के जरिए श्रद्धालुओं को परम ज्ञान से आनंदित किया। पूरे पंडाल में भारी संख्या में श्रद्धालु मौजूद थे। देर शाम नारायण दास भक्तमाली, बक्सर के लीला परिकरों के द्वारा गौरी शंकर भगवान विवाह लीला की सुंदर प्रस्तुति की गई। भजन मंडली में जगदीश, राज ठाकुर, महेंद्र, इंद्रजीत आदि थे। कार्यक्रम में दिखाया गया है कि पर्वत शिखर पर भगवान शिव तप कर रहे हैं उनके सामने प्रभु श्री राम है और श्री राम शिव जी को विवाह करने की सलाह दे रहे हैं। जिस पर शिव जी ने कहा कि मैने प्रतिज्ञा की थी की शती की मौत के बाद अब मैं विवाह नहीं करूंगा तब राम जी कहते हैं जिस शरीर से सती ने अपराध किया था वह शरीर अब वो त्याग चुकी है और पार्वती के रूप में दूसरा शरीर धारण करके आपकी तपस्या में लीन है आप उन्हें अंगीकार कीजिए। कथा में दिखाया गया है कि नारद की सलाह से तपस्या में पार्वती लीन हुई थी। गौरी शंकर तिताह लीला में शिव जी के बारात का दृश्य दिखाया गया। लीला के दौरान कलाकारों के द्वारा एक-एक दृश्य के भाव को समझाया गया है। आज अवतार प्रयोजन लीला का मंचन किया जाएगा। इसमें भगवान का अवतार क्यों होता है इसके बारे में लीला परिकरों द्वारा बताया जाएगा। लीला में मुख्य रूप से अशोक मिश्र, रवि लाल, अखिल प्रसाद, दिलीप, रामू, नंद बिहारी, मन मोहन सहित अन्य उपस्थित थे। आज अवतार प्रयोजन के अंतर्गत श्री जय विजय लीला के बारे में रामलीला कार्यक्रम में दिखाया जाएगा।
रौशन कुमार,ग्राम समाचार संवाददाता,बौंसी।
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