राम भारत के प्राण है और श्री राम मंदिर में प्राण प्रतिष्ठा, भारत के प्राण की पुनः स्थापना का महापर्व है । श्री राम जन्मभूमि में राम लला का विराजमान होना, भारत ही नहीं पूरी दुनिया के लिये महान सकारात्मक बदलाव की शुरुआत है ।
आज शिव मंदिर अनाज मंडी में श्री राम जन्मभूमि प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम के आयोजन की तैयारियों के लिये विश्व हिंदू परिषद के आव्हान पर एक बैठक आयोजित की गई । कार्यक्रम में संत श्री विजेंद्र पूरी जी का आशीर्वचन प्राप्त हुआ ।
विश्व हिंदू परिषद के जिला अध्यक्ष राधेश्याम मित्तल ने सम्बोधित करते हुए श्री राम मंदिर आंदोलन की पूरी भूमिका पर प्रकाश डाला । पिछले 500 वर्षों से सम्पूर्ण हिन्दू समाज इस दिन के लिये संकल्पबद्ध था। जिसे हम अब साकार होते हुए देख रहे हैं । अब समय है कि पूरा हिन्दू समाज इसे अवसर पर दूसरी दिवाली के रूप मनायें । यह अवसर ,हिन्दू समाज के जागरण का अवसर है । यह हमारे लिये सौभाग्य का विषय है कि हम सभी, आगामी 22 जनवरी को अयोध्या में भगवान श्री राम मंदिर में प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम के साक्षी बन रहे हैं । हम सभी का सौभाग्य है कि हम सभी को इस आयोजन में सहभागी बनने का मौका मिला है ।
कार्यक्रम में जिला प्रचारक प्रदीप जी ने कार्यक्रम का सरूप सामने रखते हुए बताया कि पूरे रेवाडी शहर को को 22 बस्तियों में विभाजित किया गया है ,जहाँ अयोध्या से आये अक्षत पहुँचाये जाएंगे । 1 जनवरी से 15 जनवरी तक राम भक्त राम मंदिर के चित्र व पत्रक के साथ हर घर पहुंचा कर कार्यक्रम का निमंत्रण देंगे । उन्होंने हर राम भक्त से इस कार्य मन साथ लगने का आव्हान किया ।
कार्यक्रम में रेवाडी नगर के लिये नगर संयोजक के रूप में नरेंद्र जी जोशी और सह संयोजक के रूप में प्रशांत को जिम्मेदारी दी गई । साथ ही रेवाडी के 22 टोलियों के संयोजको व सह संयोजको को भी इस कार्य के लिये जिम्मेदारी दी गई है ।
बैठक में तय किया गया कि सभी घरों में अक्षत के माध्यम से निमंत्रण पहुंचेगा ओर हर मंदिर में 22 जनवरी को सुबह 10 से 1 बजे तक भव्य कार्यक्रम आयोजित होंगे ।
बैठक में विश्व हिंदू परिषद, राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ, सेवा भारती, भारत विकास परिषद, इतिहास संकलन, अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद, वनवासी कल्याण आश्रम, लघु उधोग भारती, पतंजलि, बजरंग दल के साथ विभिन्न व्यापारिक - धार्मिक -सामाजिक संगठनों के कार्यकर्ता उपस्थित रहे।
0 comments:
एक टिप्पणी भेजें