ब्यूरो रिपोर्ट ग्राम समाचार बांका। बौंसी प्रखंड स्थित कैरी में 51 वां उर्स का दो दिवसीय आयोजन धूमधाम के साथ मनाया गया। रविवार को उर्स मुबारक मखदूम आलम पनाह खलीफा आला हजरत सैयद शाह मो अब्दुर रहमान कादरी अल बिथबी का मनाया गया। इस मौके पर सुबह में सलातू सलाम के बाद, गुंबदे खजरा पर फातिहा खानी की गयी। इस कार्यक्रम के बाद साहबे सज्जादा हुजूर शाहिद में दुआ फरमाया गया। साथ ही जिक्र की महफिल और मिलाद का कार्यक्रम भी आयोजन किया गया। दोपहर में कुरान खानी, हलकाए जिक्र और मिलाद के बाद संध्या में चादरपोशी शुरू की गयी। सजरा खानी और फातिहा के बाद खुशीशी खिताब पूर्णिया से आये मो मुफ्ती मोतिउर रहमान की मौजूदगी में जलसा का आयोजन आरंभ किया गया। जिसमें देश के विभिन्न प्रांतों से आये मुशायरों के द्वारा कई संदेश दिये गये। इस कार्यक्रम के समापन के बाद कुल फातिहा पढ़ा गया। रात में दस्तार
बंदी हुई। जिसमें यहां के मदरसे से पढ़ाई प्राप्त कर चुके मो तालिब, मो शफी और आदिल को हाफिज की उपाधि दी गयी। मालूम हो कि यहां जिनकी मुराद पूरी होती है वह लोग चादरपोशी करने का काम करते हैं। सालाना उर्स को लेकर कैरी शरीफ को रंगीन बिजली के बल्बों से सजाया गया था। जो देखने में काफी आकर्षक लग रहा था। महिला श्रद्धालुओं के लिए यहां पर रहमानिया कमेटी के द्वारा आवश्यक इंतजाम किये गये थे। ताकि लोगों को परेशानी ना हो सके। कार्यक्रम को सफल बनाने में सैयद इमरान रजा कादरी रहमानी, सैयद वासिफ रजा कादरी रहमानी, सैयद सफी कादरी, मौलाना मो जफर अनवर मिसबाही, हाफिज अलीम गुलाम, मो नसरुल्ला खादिम के अलावा गांव के पूर्व मुखिया मो शकील, पंचायत समिति सदस्य फखरुद्दीन, सहबाज, गब्बर, टापू, रहीम, अहमद रजा, बिंदु उर्फ शाहनवाज सहित अन्य मौजूद थे। देश के कोने-कोने से आए आलीम मौलानाओं ने तकरीर पेश की। जहां काफी लोग जुटे हुए थे।
कुमार चंदन,ब्यूरो चीफ,बांका।
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