ब्यूरो रिपोर्ट ग्राम समाचार बांका। ऐतिहासिक मंदार तराई स्थित पापहरनी सरोवर में जिले के अलावे देश भर के विभिन्न जगहों से 5000 हजार से ज्यादा की संख्या में सफा अनुयायी मकर संक्रांति के अवसर पर मंदार पर्वत पहुंचे। यहां पापहरणी सरोवर के पवित्र जल में स्नान करने के बाद सरोवर के घाट पर आदिवासी रीति रिवाज के साथ पूजा अर्चना सफा अनुयायियों के द्वारा की गई। परमेश्वर मुर्मू के नेतृत्व में पूर्णिया, बंगाल दार्जिलिंग से अखिल हांसदा के नेतृत्व में, बंगला बार्डर दक्षिण दिनाजपुर से सोमेश सोरेन के नेतृत्व में, वहीं झारखंड गोड्डा बाबूराम हेंब्रम के नेतृत्व में लगभग 5000 से ज्यादा की संख्या में साफा अनुवाइयों के द्वारा स्नान पूजन के बाद सरोवर से कलश में जल भरकर मंदार पर्वत की
परिक्रमा की गई। जिसके बाद सभी सफा अनुयायी मांझी थान की गुरु माता रेखा हेंब्रम के पास पहुंचे और मांझी अस्थान के पास जल से भरे कलश को स्थापित कर सभी ने दंडवत होकर अपने इष्ट देव को प्रणाम किया। जिसके बाद देश के विभिन्न जगहों से आए सफा अनुयायियों ने मांझी स्थान में पूजा अर्चना करने के बाद सभी मंदार पर्वत के शिखर पर पहुंचे। वहां स्थित विभिन्न देवी देवताओं की भी पूजा उन लोगों के द्वारा की गई। भारी संख्या में पहुंचे सफा अनुयायियों के द्वारा अपने इष्ट देव भगवान शंकर एवं प्रभु श्री राम के जयकारे लगाए जा रहे थे। मांझी थान की गुरु माता रेखा हेंब्रम ने जानकारी देते हुए बताया कि हम सभी आदिवासी भी सनातन धर्म को मानने वाले हैं और सभी आदिवासी मरांग बुरू की पूजा अर्चना करते हैं।
कुमार चंदन,ब्यूरो चीफ,बांका।
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