ब्यूरो रिपोर्ट ग्राम समाचार,बांका। बिहार के पहले काॅमर्शियल राईटर मंदार पुत्र इकबाल दुर्रानी ने उर्दू पत्रकारिता से अपना तेवर दिखाना शुरू किया था जो आगे चलकर सिनेमा जगत में एक से बढ़कर एक कोहराम मचानैवाला स्क्रिप्ट लिखा । फूल और काॅटे से लोग इन्हें बेपनाह चाहने लगे । इन्होंने इन्डस्ट्रीज में 80 से अधिक फिल्में लिखी और कई फिल्मों का निर्देशन किया । कालचक्र इनकी पहली फिल्म थी जिनके लिये इन्हें स्वर्णकमल एवार्ड मिला था। इस फिल्म ने इनकी पहचान सलीम जावेद ,कादर खान के बाद धांसू डायलाॅग राईटर के रूप में स्थापित किया। मंदार की माटी के लाल वाॅलीबुड के बेताज बादशाह डाॅ इकबाल दुर्रानी को पहली बार जिला प्रशासन के द्वारा मंदार महोत्सव सह राजकीय बौंसी मेला 2024 के मंच पर रविवार को सम्मानित किया गया। जिलाधिकारी अंशुल कुमार,लघु जल संसाधन मंत्री जयंत राज,एडीएम माधव कुमार सिंह,एसी डाॅ सत्यप्रकाश के द्वारा संयुक्त रूप से अंगवस्त्र
एवं मोमेंटो देकर सम्मानित किया गया। जिसके बाद डाॅ इकबाल दुर्रानी नें मंच से अपने संबोधन में कहा कि, बाहर आदमी जितना भी तिलक लगाकर आ जाए अगर अपनी घर की माटी का तिलक नहीं लगे तो मजा नहीं आता। इस बार जिला प्रशासन नें वो तिलक लगाने का काम किया है। मालूम हो कि डाॅ इकबाल दुर्रानी की खोज, मेरा शिकार ,बेनाम बादशाह, आज की औरत, गोपाला, क्षत्रिय, रोटी की कीमत, परदेशी ,जहर, जहरीला, शेषनाग ,कोहराम, जवानी की प्यास , आदमखोर , बेताज बादशाह , फूल और काॅटे , धरतीपुत्र , मिट्टी , दुकान , सौगंध , खुद्दार , जैसी सफल फिल्मों की लंबी फेहरिश्त हैं । मौके पर एडीएम माधव कुमार सिंह एसडीपीओ विपिन बिहारी, एसडीओ अरुण कुमार सिंह कोषांग पदाधिकारी अमरेश कुमार, प्रखंड विकास पदाधिकारी अमित कुमार, अंचलाधिकारी विजय कुमार गुप्ता, इंस्पेक्टर अमेरिका राम, थानाध्यक्ष अरविंद कुमार राय,इकबाल हुसैन,उमाकांत साह सहित जिले भर के से आए पदाधिकारी सहित अन्य मौजूद थे।
कुमार चंदन,ब्यूरो चीफ,बांका।
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