ग्राम समाचार, पथरगामा ब्यूरो रिपोर्ट:- एटिक सेंटर में प्रखंड स्तरीय रबी कर्मशाला का आयोजन बीटीएम पवन कुमार कापरी के नेतृत्व में किया गया। बीटीएम पवन कुमार कापरी ने बताया कि उत्पादन कैसे फसल का बढ़े इसको लेकर ज्यादा से ज्यादा खाद का इस्तेमाल किया गया। लेकिन धीरे धीरे खाद का इतना दुष्प्रभाव हुआ की मिट्टी में ऑर्गेनिक कार्बन और केचुआ की कमी हों गई। जिससे फसल का उत्पादन कम होने लगा। कहा कि प्राकृतिक खेती पर हमलोगो को ध्यान देने की जरूरत है ताकि मिट्टी में पाए जाने वाले सभी सत्रह पोषक मौजूद रहे। एक किलो गोबर में 3 से 5 करोड़ लाभदायक जीवाणु पाए जाते हैं। इसलिए गोबर खाद का इस्तेमाल करना चाहिए। जीवाणु सही रहने पर ही मिट्टी और फसल स्वस्थ रह सकते हैं। पर रासायनिक खाद के उपयोग से जीवाणु ख़त्म हो जाते हैं। और आपके मिट्टी और फसल को कमजोर कर देते हैं। मौके पर इफको के क्षेत्रीय प्रबंधक विजय कुमार गुप्ता सहित कृषक मित्र मनोज साह, मसूदन हेंब्रम, संजीव यादव,मनोहर महतो, उत्तम चौबे, मनोरमा देवी, ललिता हांसदा, प्रदीप कुमार साह, माला कुमारी, मीरा देवी सहित काफ़ी संख्या में किसान मौजूद थे।
अमन राज, संवाददाता पथरगामा: -
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