संयुक्त किसान मोर्चा के समर्थन में भारतीय किसान यूनियन चढूनी संगठन का प्रदर्शन। रेवाड़ी में बीकेयू संगठन ने नेशनल हाईवे 71 जाम करने की कोशिश की। पुलिस प्रशासन ने किसान नेताओं को हिरासत में लिया।
संयुक्त किसान मोर्चा के आह्वान पर हरियाणा पंजाब की सीमा पर चल रहे किसान आंदोलन से दूरी बनाकर बैठे भारतीय किसान यूनियन चढूनी संगठन ने एसकेएम के समर्थन में टोल फ्री करवाने के साथ हाईवे जाम करने की कोशिश की लेकिन पहले से मुस्तैद पुलिस प्रशासन ने उनके मंसूबों पर पानी फेर दिया। दरअसल भारतीय किसान यूनियन (चढूनी) संगठन जिला रेवाड़ी की टीम ने नैशनल हाइवे 71 जाम करने का ऐलान किया था। उसी के मद्देनजर गुरुवार को हाइवे 71 जाम करना था लेकिन ड्यूटी मजिस्ट्रेट जिला राजस्व अधिकारी की मौजूदगी में किसानों के घर पहुंचकर उन्हें हिरासत में ले लिया गया।
किसान नेता समय सिंह ने कहा कि आज उनका हाईवे जाम करने का कार्यक्रम था लेकिन किसान आंदोलन से सरकार घबरा गई है जिसके चलते पूरा पुलिस प्रशासन व बड़े-बड़े अधिकारी लगा दिए गए। यूनियन के प्रधान समय को उसके घर से और राज सिंह को उनके गांव गंगायचा से उठा लिया गया। उसके बाद भारतीय किसान यूनियन चढ़ूनी के पदाधिकारी को डराया धमकाया गया लेकिन भारतीय किसान यूनियन चढूनी जिला रेवाड़ी की टीम गंगायचा पहुंची और रोड जाम करने का प्रयास किया, लेकिन भारी पुलिस बल तैनात होने के कारण टीम सफल नहीं हो पाई। जिस पर समय सिंह प्रधान ने प्रधान ने कहा की सरकार ने और पुलिस प्रशासन किसानों से ज्यादती कर रही है।
इसके विरोध में शुक्रवार को 11 बजे किसान भवन में प्रेस कांफ्रेंस बुलाई गई है। इस मौके पर किसान किसान नेता वेद फोगाट, जगदीश गुर्जर, लक्ष्मी लिसान, मुन्नी बूढ़पुर, काजल कुमारी, वजीर लंबरदार, ओपी यादव, ओम प्रकाश यादव, लोकेश्वर मोहनपुर, रामेश्वर दयाल, सुभाष चंद्र नंबरदार, बाबूलाल, राजकुमार, विकास भूपेश व अन्य किसान नेता मौजूद रहे।
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