ब्यूरो रिपोर्ट ग्राम समाचार बांका। सरस्वती पूजा, विद्या की देवी का महापर्व, अब कुछ ही दिनों की दूरी पर है। इस पर्व को लेकर श्रद्धालुओं में उत्साह चरम पर है, और कारीगर भी विद्या की देवी मां सरस्वती की प्रतिमाओं को अंतिम रूप देने में जुटे हुए हैं। बौंसी प्रखंड के थाना काॅलनी में, कारीगर नरेश पंडित, उनके पुत्र बीरेन्द्र पंडित, जितेंद्र पंडित सहित पूरा परिवार, जो 27 वर्षों से सरस्वती प्रतिमाओं का निर्माण कर रहे हैं, अपनी कला का प्रदर्शन कर रहे हैं। उनके प्रतिमाओं की खासियत है उनका आकर्षक डिजाइन, जो दूर-दूर से लोगों को आकर्षित करता है। कारीगर नरेश पंडित बताते हैं कि इस बार उन्होंने तीन विशेष प्रतिमाओं का निर्माण किया है। हालांकि, पिछले वर्षों की तुलना में इस
बार प्रतिमाओं की बिक्री कम है। 14 फरवरी को होने वाली सरस्वती पूजा के लिए समय कम बचा है, जिसके कारण कारीगरों ने प्रतिमा निर्माण में तेजी ला दी है। विभिन्न रंगों और कलाकृतियों से सजी मां सरस्वती की प्रतिमाएं, इस पर्व को और भी विशेष बना रही हैं। सरस्वती पूजा, आस्था और कला का संगम है, और कारीगरों द्वारा बनाई गई प्रतिमाएं इस संगम को और भी सुंदर बनाती हैं। विद्या की देवी मां सरस्वती की प्रतिमाओं का निर्माण, इस पर्व के उत्साह को दशार्ता है। कारीगरों की कला और श्रद्धालुओं की आस्था, मिलकर इस पर्व को अविस्मरणीय बनाते हैं। जानकारी देते हुए मूर्तिकार वीरेंद्र पंडित ने बताया कि अभी तक 50 प्रतिमा का बुकिंग हुआ। साथ ही यह भी बताया कि कुल 101 मूर्ति का निर्माण किया गया है।
कुमार चंदन,ब्यूरो चीफ,बांका।
0 comments:
एक टिप्पणी भेजें