ब्यूरो रिपोर्ट,ग्राम समाचार,बांका। बौंसी प्रखंड क्षेत्र अंतर्गत कुशमाहा गांव में हो रहे संतमत सत्संग का दो दिवसीय ध्यान अधिवेशन में हरिद्वार से आए बाबा संतमत सत्संग के अंतरराष्ट्रीय प्रवक्ता सत्यानंद महाराज ने प्रवचन में कहा कि गुरु शरण में जाकर ही ज्ञान एवं परमात्मा की प्राप्ति संभव हो सकती है। शिव पुराण में वर्णित है कि देव संतमत गुरु मंत्र सभी मंत्रों से श्रेष्ठ है। सनातन संस्कृति में गुरु परंपरा काफी पुरानी है। संतमत ध्यान अधिवेशन में संतमत के सिद्धांतों का प्रतिपादन करने की बात कही गई। जिसमें नशा, चोरी, हिंसा, व्यभिचार और मिथ्या बोल को त्यागने के
लिए कहा गया है। लोगों को इन पांच पापों से बचकर रहना चाहिये। तभी समाज का उत्थान संभव हो सकता है। संतमत सत्संग ज्ञान अधिवेशन कार्यक्रम में बोधानंद महाराज हरिद्वार, शंभू चेतन देव महाराज पटना, शंभू बाबा रमला एवं विश्व बंधु बाबा नेपाल ने संतमत सत्संग की महिमा एवं गुणों पर विस्तार से चर्चा की। स्थानीय सूर्य प्रकाश बाबा के द्वारा मंच का संचालन किया गया। कार्यक्रम में गांव के सुरेश कुमार यादव, मुखिया प्रतिनिधि प्रफुल्ल चंद्र उर्फ पप्पू यादव, अशोक शाह, ज्योतिष यादव सहित अन्य मौजूद थे। संतमत सत्संग के पंडाल में सत्संग के अनुयायियों की भारी भीड़ लगी थी। सत्संग के प्रेमियों ने संतमत सत्संग की भक्ति में डुबकी लगाने का काम किया।
कुमार चंदन,ब्यूरो चीफ,बांका।
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