ग्राम समाचार,चांदन,बांका। चांदन प्रखंड के ज्ञान भवन कड़वामारन परिसर में 24 फरवरी शनिवार को साबित्री बाई माता समिति, अम्बेडकर प्रेरणा दल एवं सामाजिक सुरक्षा मंच (सीसीएफ) के संयुक्त तत्वावधान में संतो का संत शिरोमणि गुरु रविदास जी महाराज के 647 वां जयंती समारोह धूमधाम से मनाई गई। इस अवसर पर शोभा यात्रा में लगभग 200 से अधिक महिला युवा एवं बच्चे शामिल हुए। कार्यक्रम में बतौर मुख्य वक्ता के रूप में दलित मुक्ति मिशन के अध्यक्ष सह निदेशक महेंद्र कुमार रौशन नें बताया कि गुरु रविदास जी भक्ति आंदोलन के महान संत थे। कमजोर व विभाजित हो चुके भारत को नई ऊर्जा दी थी। गुरु रविदास जी ने आजादी का महत्व भी बताया था और
सामाजिक विभाजन को पाटने का काम किया था। ऊंच-नीच, छुआछूत, भेदभाव के खिलाफ उस दौर में आवाज उठाया था आगे उन्होंने ने बताया कि 15वीं शताब्दी के 1377 ई0 श्रीगोवर्धनपुर वाराणसी में गुरु जी का जन्म हुआ था उनके पिता का नाम संतोष दास और माता का नाम कलसा देवी था उनका एक पुत्र जिसका नाम विजय दास था। इस अवसर पर अम्बेडकर युवा के नेता रमेश दास, देवराज कुमार, करिश्मा कुमारी, खुश्बू कुमारी अम्बेडकर प्रेरणा दल के उत्प्रेरक महालाल बेसरा, साबित्री बाई माता समिति के महिला नेत्री झूमा देवी, मुन्नी देवी, चांदनी कुमारी, किरण देवी, ग्राम दलित संगठन के नेता बुधन दास एवं अन्य लोगों ने गुरु रविदास के जीवन चरित्र व संघर्ष की कहानी बताया। इस कार्यक्रम की अध्यक्षता महिला एवं पूर्व पंचायत समिति सदस्य कुसुमजोरी श्रीमती सुनीता देवी की जबकि सफल संचालन युवा नेता दिपक कुमार ने किया।
उमाकांत साह,ग्राम समाचार संवाददाता,चांदन।
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