ग्राम समाचार,चांदन,बांका। सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र चांदन में प्रभारी चिकित्सक डॉक्टर प्रीतम कुमार के नेतृत्व में मंगलवार को जनसंख्या नियंत्रण हेतु परिवार नियोजन के तहत 70 महिलाओं की बंध्याकरण ऑपरेशन नामांकन की गई। लेकिन सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र चांदन में सर्जन चिकित्सक के अभाव से लोगो में काफी परेशानियां उत्पन्न होने बात सामने आई है। बताया गयाकी (रात साढ़े आठ बजे ) तक सेवानिवृत्त पूर्व प्रभारी चिकित्सक (सर्जन) डॉक्टर ए के सिंहा का कोई अता पता नही है। जिसमें बंध्याकरण कराने आई महिलाओ के साथ-साथ आशा कार्यकर्त्ता सहित छोटे छोटे मासूम बच्चों को काफी परेशानी उठानी पढ़ रही है। जानकारी के अनुसार सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र चांदन तत्कालीन प्रभारी चिकित्सक डॉक्टर ए के सिंहा की सेवानिवृत्त हो जाने से चांदन अस्पताल में सर्जन चिकित्सक का अभाव को देखते हुए, सिविल सर्जन डॉक्टर रविंद्र नारायण के आदेशानुसार चांदन अस्पताल
की गरिमा बनाये रखने के लिए पूर्व प्रभारी चिकित्सक डॉक्टर ए के सिंहा को ही बंध्याकरण कराने की जिम्मेदारी सौंपी गई है। जबकि चांदन अस्पताल में मात्र तीस बेड वाली संस्थान है। और मंगलवार को इस साल में पहली बार 70 महिलाओं की बंध्याकरण होने का नामांकन कराई गई है।सबसे अधिक बंध्याकरण महिला होने के कारण बेड कमी पड़ गई. जिससे सभी महिलाए जमीन पर भूखे प्यासे पड़ी रही। जैसे-तैसे जहां तहां भूखे पेट रहने के कारण कई महिलाए को चक्कर तक आ गई। इस मामले में आशा कार्यकर्ताओं ने अस्पताल प्रबंधन के प्रति दु:ख जाहिर करती हुई बताई की एक बंध्याकरण कराने पर सरकार की ओर से तीन सौ रुपया प्रोत्साहन राशि देती है।जिसके लिए हम "आशा" को 24 घंटे भूखे प्यासे रहकर अस्पताल में रहनी पड़ती है। देर रात को आपरेशन होने से हम आशा कर्मियों अपने घर नहीं पहुंच पाते हैं। यहां तक की अस्पताल में हम आशा दीदी के लिए (प्रतीक्षालय) विश्राम भवन तक नहीं है। और अस्पताल की ओर से संस्थागत प्रसव एवं बंध्याकरण में वृद्धि लाने का टास्क भी दिए जाते हैं।
उमाकांत साह,ग्राम समाचार संवाददाता,चांदन।
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