ब्यूरो रिपोर्ट ग्राम समाचार बांका। ऐतिहासिक मंदार तराई में आयोजित सफा अनुयायियों का 54वां महा अधिवेशन का विधिवत समापन हो गया। मालूम हो कि अंतिम दिन कहलगांव से आए अभय साहब द्वारा सफा अनुयायियों को विस्तार पूर्वक सनातन धर्म की जानकारी दी गयी। जबकि मंदिर के वर्तमान आचार्य निर्मल बाबा द्वारा गुरु और गुरु भक्ति पर प्रवचन के जरिए कई आध्यात्मिक और धार्मिक जानकारियां दी गयी। सफा अनुयायियों से उन्होंने स्वामी चंदर दास के बताये मार्ग पर चलने की अपील की। इस मौके पर विभिन्न क्षेत्रों से आये सफा अनुयायियों के द्वारा भजनों
की प्रस्तुति देकर माहौल को भक्तिमय बनाने का कार्य किया गया। समापन के मौके पर भंडारे का भी आयोजन किया गया। इसके पूर्व बुधवार को सफा अनुयायियों का 54वां महाधिवेशन आरंभ किया गया। दो दिवसीय कार्यक्रम का शुभारंभ कहलगांव से आये मुख्य अतिथि अभय साहब ने दीप प्रज्वलित कर किया गया था। मालूम हो कि सफा समाज की स्थापना स्वामी चंदर दास के द्वारा की गयी थी। ताकि समाज में फैली कुरीतियों को दूर किया जा सके। समाज के दबे कुचले लोगों को मुख्य धारा से जोड़ने का काम भी उन्होंने किया यही वजह है कि आज आज पूरे विश्व में इनके अनुयायी फैले हुए हैं। इस मौके पर भारी संख्या में श्रद्धालुओं ने महाप्रसाद ग्रहण किया।
कुमार चंदन,ब्यूरो चीफ,बांका।
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