रेवाड़ी 22 मार्च ।लाइफ लांग कंपनी में हुए दर्दनाक हादसे के विरोध में और सरकार के उदासीन रैवये के खिलाफ शहर में जुलूस निकाल कर उपायुक्त की मार्फत मुख्यमंत्री को ज्ञापन दिया गया।ज्ञापन से पहले नेहरू पार्क में मृतक श्रमिको को दो मिनट का मौन करके श्रद्धाजलि अर्पित की। जिसमे वकीलों समेत काफी संख्या में सामाजिक संगठनों, प्रबुद्ध नागरिको ने हिस्सा लिया। केंद्रीय ट्रेड यूनियन ए आई यू टी यू सी के राज्य प्रधान कामरेड राजेन्द्र सिंह एडवोकेट ने प्रदर्शन करियो को संबोधित करते हुए कहा कि यह हादसा अनायास नही हुआ है बल्कि इस हादसे की जानकारी प्रबंधक कंपनी को पहले से ही थी, क्योकि तीन बायलर की जगह केवल एक ही बायलर काम कर रहा था और उसकी भी लंबे समय से सर्विस नही करवाई गई थी।
श्रम विभाग के अधिकारी आंख बंद करके बैठे रहे जबकि श्रमिक श्रम विभाग को इस बारे शिकायत कर चुके थे। कंपनी की तरफ से श्रमिको को सावधानी परिधान और सुरक्षा किट इत्यादि उपलब्ध नही करवाए गए, जबकि ये सब मांगे श्रमिक प्रबधक के सामने उठाते आ रहे थे। बॉयलर भी दो बार पहले फट चुका था। कामरेड सिंह ने कहा कि एक के बाद एक 10 श्रमिको की मौत हो चुकी है और यह सिलसिला जारी है ।इस हादसे से हर कोई नागरिक दुखी है । कंपनी के श्रमिकों की आखो में आंसू है, उनके साथ काम करने वाले उनकी आँखों के सामने से ही एक के बाद जा रहे है परन्तु कंपनी एक दिन भी बंद नही हुई। मुनाफा खोरी व्यवस्था की यही बर्बता और असभ्यता हैं। प्रबंधक श्रमिको को गाजर मूली समझते है जो हर रोज मंडी में नई आ जाती है। इनके लिए श्रमिको का यही महत्व हैं।
ज्ञापन में मांग की गई कि प्रबंधक के खिलाफ हत्या का केस दर्ज किया जाए। मृतक के परिवारजनों को एक एक करोड़ और घायलों को 50 लाख मुवावजा दिया जाए। मृतक के परिवार जन को स्थायी नोकरी दी जाए। ऐसी घटनाओं की पुनरावर्ती ना हो उसके लिए कारगर कदम उठाए जाएं। श्रम विभाग की भूमिका की भी जांच की जाए। किसान नेता अशोक कुमार मूसेपुर रामकुमार निमोठ, राकेश कुमार अमर सिंह राजपुरा, अमृत लाल, करण सिंह, मनोज यादव, सोमेंद्र यादव, सुरेन्द्र रोहिला, सोनपाल, जोगिंदर, सूर्यकांत, बीर सिंह, अमित, आयुष सुनीता एडवोकेट्स इत्यादि मुख्य रूप से शामिल थे।
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