मसलिया के गायत्री प्रज्ञापीठ छोटा तेतरिया डंगाल में हवन यज्ञ करते श्रद्धालु |
ग्राम समाचार, दुमका । मसलिया प्रखंड के गायत्री प्रज्ञापीठ छोटा तेतरिया डंगाल में अखिल विश्व गायत्री परिवार की ओर से बुधवार को बसंतीय नवरात्र अनुष्ठान का समापन हवन यज्ञ पूर्णाहुति के साथ हो गया। यहां नो दिनों तक माता दुर्गा के नो विभिन्न रूपों जैसे शैलपुत्री, ब्रम्हचारिणी, चंद्रघंटा, कुष्मांडा, स्कंदमाता, कात्यायिनी, कालरात्रि, महागौरी व शिद्धिदात्री की नो दिनों तक पूजा आराधना नेम जप ध्यान आदि करते हुए हवन यज्ञ कर पूर्णाहुति कर अनुष्ठान संपन्न किया। प्रज्ञापीठ के प्रखंड समन्वयक दयानन्द सिंह ने कहा कि गायत्री प्रज्ञापीठ छोटा तेतरिया में साल में दो नवरात्र शारदीय व बसंतीय नवरात्र का आयोजन किया जाता है। जिस प्रकार सरकारी तंत्र में साल भर में एक बार अंकेक्षण होता है ठीक छह महीनों में दो बार नो दिन अंकेक्षण की प्रक्रिया से गायत्री परिवार के परिजनों को गुजरना पड़ता है। नो दिनों तक फलाहारी रहकर ब्रह्मचर्य का पालन करते हुए 24 लाख गायत्री महामंत्र का जप पूरा करना होता है। इसके लिए नो दिनों तक राट्री तीन बजे जागरण कर ब्रह्ममुहूर्त काल में जप ध्यान का अभ्यास किया जाता है। पंडित श्रीराम शर्मा आचार्य के बताए मार्ग पर चलते नो दिनों के बाद संचित ऊर्जा अपने लिए नहीं बल्कि लोककल्याणार्थ के लिए विश्व शांति के लिए किया जाता है। अंतिम दिन सामूहिक भंडारा का आयोजन कर अमृता सन प्रसाद ग्रहण किया गया। मौके पर ट्रस्टी के समन्वयक दयानंद सिंह, वरिष्ठ परिजन फागु प्रसाद दांगी, मदन राउत, रामशुन्दर राउत, विनोद राउत, निरंजन राउत, देवनारायण राउत, गणेश मिर्धा,भगीरथ महतो, मदुसूदन महतो,विनोदबिहारी महतो,राधेश्याम सिंह, जयदेव पंडित, कलावती देवी, मंजू गोस्वामी, पवन मंडल, मंजीत हेम्ब्रम, लुखीसन टुडु, शारदा देवी, केकई देवी, अनिता देवी आदि उपस्थित रहे।
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