ग्राम समाचार, पथरगामा ब्यूरो रिर्पोट:- पथरगामा प्रखंड में दिव्य सिद्ध पीठ मां चिहारी देवी के पवित्र प्रांगण में नवरात्र के पावन मंगल महोत्सव के उपलक्ष्य में जनकल्याण चैती दुर्गा पूजा समिति के तत्वावधान में नौ दिवसीय राम कथा के मध्य पांचवें दिन की कथा में श्रीधाम अयोध्या से पधारे आचार्य पवन जी महाराज ने भक्तों को राम कथा में सरोवोर कर दिया l पूज्य महाराज ने धनुष यज्ञ की कथा सुनते हुए कहा कि सीता जी के संकल्प और विश्वास ने ही राम जी को शक्ति प्रदान किया और राम जी ने शिव धनुष को तोड़कर स्वयंवर जीत कर माता जगत जननि जानकी को अपनी पत्नी के रूप में वरन किया l
देश-देश के बड़े-बड़े राजा महाराजा, योगी, यति, देव, दनुज सब उस सभा में विराजमान थे l लेकिन किसी ने धनुष को तिल भर नहीं हिला पाया क्योंकि मां जानकी का प्रेम संकल्प तो केवल और केवल प्रभु श्री राम के प्रति था l इसलिए संकल्प को सार्थक बनाने के लिए प्रभु श्री राम ने शिव धनुष को तोड़कर मां जानकी का वरन किया तथा अपने माता-पिता एवं गुरुदेव का मान बढ़ाया l राम विवाह कथा के संदर्भ में बताया कि तीनों भाइयों का भी विवाह जनकपुर में ही महाराज जनक के छोटे भाई की बेटियों से संपन्न हुआ और बहुत धूमधाम से विवाह महोत्सव को मनाया गया l
सभी भक्तों ने विवाह महोत्सव के प्रसंग में खूब उत्सव मनाए और ठुमके लगाए साथ में खूब बधाई लुटाए l कथा वाचन के दरम्यान समिति के अध्यक्ष संतोष कुमार महतो एवं उनकी पूरी कमेटी सहित हजारों धर्म प्रेमी माता एवं बहन कथा का श्रवण किया l समिति के अध्यक्ष ने तमाम भक्तों से निवेदन किया है कि यह कार्यक्रम 17 तारीख तक चलेगा इसमेंआप सभी भक्त अधिक से अधिक संख्या में उपस्थित होकर राम कथाश्रवण करें एवं अपने जीवन को धन्य बनाएं l
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