रेवाड़ी के गांव भुरथल जाट में संविधान के निर्माता, सामाजिक समरसता के प्रणेता, भारत रत्न डा. भीमराव अम्बेडकर जी की 133वीं जयंती बड़ी धुमधाम से मनाइ गई। युवाओं के योगदान से गांव में बाबा की भव्य शोभा यात्रा निकली गई तथा केक काटकर बाबा का जन्मदिन मनाया गया। इस मौके पर समाजसेवी धनीराम मेहरा ने बतौर मुख्य अतिथि शिरकत की। धनीराम मेहरा ने बताया की बाबा साहब ने अपने जीवनकाल में विषम परिस्थिति में भी अथक संघर्ष कर न केवल उच्च शिक्षा ग्रहण की, बल्कि समाज को भी शिक्षित किया। भारतीय संविधान के निर्माण एवं दलितों को मुख्य धारा में लाने में उनका योगदान कभी भुलाया नहीं जा सकता।
इस मौके पर डॉक्टर विनोद विशेष अतिथि, इंस्पेक्टर महावीर, वेद प्रकाश, लखमी चंद, मुकेश और गांव मुरथल जाट में भारतीय संविधान के निर्माता, सामाजिक समरसता के प्रणेता, भारत रत्न डा. भीमराव अम्बेडकर जी की 133 वीं जयंती बड़ी धुमधाम से मनाइ गई। युवाओं के योगदान से गांव में बाबा की भव्य शोभा यात्रा निकली गई तथा केक काटकर बाबा का जन्मदिन मनाया गया. इस मौके पर समाजसेवी धनीराम मेहरा ने बतौर मुख्य अतिथि शिरकत की. धनीराम मेहरा ने बताया की बाबा साहब ने अपने जीवनकाल में विषम परिस्थति में भी अथक संघर्ष कर न केवल उच्च शिक्षा ग्रहण की बल्कि समाज को भी शिक्षित किया। भारतीय संविधान के निर्माण एवं दलितों को मुख्य धारा में लाने में उनका योगदान कभी भुलाया नहीं जा सकता. इस मौके पर डॉक्टर विनोद विशेष अतिथि, सूबे सिंह, रोहताश, इंस्पेक्टर महावीर, गोपीचंद, रोशन लाल, वेद प्रकाश, लखमी चंद, मुकेश और सभी समिति सदस्य उपस्थित रहे।
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