महेंद्रगढ़ जिले के कस्बा कनीना में निजी स्कूल बस हादसे में घायल छात्रों का हाल-चाल जानने रेवाड़ी पहुंचे किसान नेता योगेंद्र यादव। कहा उन्हानी गांव के पास हुई हृदय विदारक दुर्घटना को होने से रोका जा सकता था। हैरानी की बात जिनके ख़िलाफ़ जाँच होनी चाहिए वही जाँच कर रहे हैं हाई कोर्ट करे इस त्रासदी की जाँच। शिक्षा को बना दिया धंधा और इस धन्धे की चंदे से चल रही राजनीति।
महेद्रगढ़ ज़िले के कस्बा कनीना के पास स्कूल बस हादसे में घायल छात्रों का हालचाल जानने रेवाड़ी पहुंचे किसान नेता योगेंद्र यादव ने शासन प्रशासन को जमकर खरी खोटी सुनाई। भारत जोड़ो अभियान व जय किसान आंदोलन के संयोजक योगेन्द्र यादव शनिवार को रेवाड़ी पहुंचे। महेद्रगढ़ ज़िले के उन्हानी गाँव के पास हुए हृदय विदारक दुर्घटना में घायल बच्चों से रेवाड़ी के मात्रिका अस्पताल पहुंचकर घायल बच्चों और परिजनों से मिलकर हाल जाना।
इस दौरान मीडिया से बात करते हुए योगेंद्र यादव ने कहा कि यह दुःखद घटना थी लेकिन इतना कहना भी काफ़ी नहीं है। ये वो त्रासदी है जिसे रोका जा सकता था। एक जगह नहीं बल्कि कई जगह से इस दुर्घटना को रोका जा सकता था। दुर्घटना से 10 मिनट पहले भी गाँव वालों ने ड्राइवर से चाभी छीन ली थी लेकिन उन्हें चाबी देने के लिए धमकाया गया। ऐसा लगता है जानबूझ कर बच्चों को मौत के मुँह में धकेला गया। स्कूल प्रशासन से लेकर परिवहन विभाग,शिक्षा विभाग, प्रशासन, सरकार तक; नीचे से लेकर ऊपर तक सब इस त्रासदी के लिए ज़िम्मेदार हैं।इन्होंने शिक्षा को धंधा बना दिया है और इस धंधे के चंदे से राजनीति कर रहे हैं इसलिए जाँच के नाम पर सरकार लीपापोती कर रही है।
इस त्रासदी से हमें सबक़ लेना चाहिए और भविष्य में ऐसा फिर न हो कि किसी बच्चे को शहादत देनी पड़े इसलिए हाईकोर्ट इस दुर्घटना की जाँच करे और नीचे से लेकर ऊपर तक जो भी दोषी है उनके खिलाफ़ आपराधिक मामला दर्ज करे क्योंकि ये कोई दुर्घटना नहीं बल्कि हत्या है। भारत जोड़ो अभियान के राष्ट्रीय मीडिया व कम्यूनिकेशन प्रभारी संदीप यादव ने कहा बहुत ही दुःखद, पीड़ादायक दुर्घटना है। संदीप यादव ने कहा इस दुर्घटना के बाद जिन लोगों की जाँच होनी चाहिए थी विडंबना है कि वही लोग जाँच कर रहे हैं।
अस्पताल में भर्ती घायल हुए बच्चों व परिवार जनों ने बताया कि सरकार और प्रशासन की तरफ़ से घायल बच्चों को इलाज के लिए भी किसी तरह की कोई सहायता नहीं दी जा रही। ऐसे में सरकार का दायित्व बनता है जो भी बच्चे घायल हुए हैं वो जब तक वो पूरी तरह स्वस्थ नहीं हो जाते हैं उनके बेहतर उपचार की व्यवस्था करे व दुर्घटना के लिए ज़िम्मेदार लोगों की जाँच होनी चाहिए।
0 comments:
एक टिप्पणी भेजें