रेवाड़ी- लोकशाही में मतदाता नागरिक ही राज पाट का असली मालिक होता है। नागरिक सुरक्षा, जनकल्याण, सबकी खुशहाली और विकास कार्य एक कल्याणकारी राज्य के मूलभूत दायित्व होते हैं । हरियाणा राजपूत प्रतिनिधि सभा के प्रदेशाध्यक्ष राव नरेश चौहान राष्ट्रपूत ने एक ब्यान जारी कर आरोप लगाया कि कानून के राज में ढांचागत आवश्यक क्रियान्वयन तथा जागरूकता के अभाव में नागरिक सुरक्षा का क्षेत्र भारत में बहुत उपेक्षित चला आ रहा है । संसद के पटल से प्राप्त जानकारी अनुसार हरियाणा में एक लाख नागरिकों पर 242 पुलिसकर्मी स्वीकृत हैं लेकिन वास्तव में उपलब्ध 181 के करीब ही हैं । हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने पद पर रहते हुए सार्वजनिक रूप से स्वीकार किया कि प्रत्येक नागरिक को पुलिस सुरक्षा प्रदान नहीं की जा सकती हालांकि पद से हटने के बाद भी उन्हें स्वयं की सुरक्षा में और अधिक पुलिस जवान उपलब्ध कराए जा रहे हैं । विडंबना है कि भारत की पुरातन पंचायत और खाप संस्कृति को कुंठित करने में शासकीय तंत्र ही लीन है । परिणाम स्वरूप यह कारगुजारी समाज को कमजोर कर रही है लेकिन गिरोहबंद अपराधियों का हौसला बढ़ाने में सहायक सिद्ध हो रही है । समाज सशक्त हो तो कम पुलिस भी प्रभावी हो सकती है।
हरियाणा राजपूत प्रतिनिधि सभा ने समाज सशक्तिकरण की दिशा में पहल करते हुए नागरिक सुरक्षा संस्कृति प्रकोष्ठ का गठन किया है । भारत सरकार के युवा एवं खेल मंत्रालय से सेवानिवृत्त अधिकारी ब्रह्म प्रकाश कुशवाहा को इस प्रकोष्ठ का संयोजक बनाया गया है । सोनीपत जिले के बरोटा अकबरपुर गांव के मूल निवासी श्री कुशवाहा अपने गांव और इलाके में युवा शक्ति को संगठित कर सामुदायिक कार्यों में जोड़ने का निरंतर कार्य कर रहे हैं ।
एक अन्य जानकारी देते हुए श्री चौहान ने बताया कि हरियाणा राजपूत प्रतिनिधि सभा प्रदेश कार्यकारिणी सदस्यगण, सभी जिलाध्यक्ष, विभिन्न प्रकोष्ठों के संयोजक तथा लोकसभा कॉर्डिनेटरस शनिवार 20 अप्रैल को चंडीगढ़ सेक्टर 27 बी प्रेस क्लब में प्रातः 11बजे बैठक करेंगे । लोकशाही में शत प्रतिशत प्रभावी मतदान प्रक्रिया की पंचायती और खाप संस्कृति के आवश्यक दिशा निर्देश बैठक में साझा किए जाएंगे।
0 comments:
एक टिप्पणी भेजें