एसएम कॉलेज के हिन्दी विभाग में पार्ट थ्री की छात्राओं को दिया गया फेयरवेल
ग्राम समाचार, भागलपुर। भागलपुर के एसएम कॉलेज के सभागार में हिन्दी विभाग के पार्ट थ्री की छात्राओं को एक कार्यक्रम आयोजित कर जूनियर छात्राओं ने फेयरवेल दिया। फेयरवेल कार्यक्रम का उदघाटन एसएम कॉलेज के प्रभारी प्राचार्य डॉ मुकेश कुमार सिंह ने दीप प्रज्वलित कर किया। इस अवसर पर विशिष्ट अतिथि टीएमबीयू के पीआरओ डॉ दीपक कुमार दिनकर, हिंदी विभाग की हेड डॉ आशा तिवारी ओझा, विभाग की शिक्षिका डॉ कुमारी कोमल, डॉ पुष्पा कुमारी, डॉ सबा रईस, डॉ किरण कुमारी आदि ने संयुक्त रूप से केक काटकर कार्यक्रम को यादगार बनाया। मौके पर प्राचार्य डॉ मुकेश कुमार सिंह ने कहा की छात्राओं के लिए विदाई का बेला काफी यादगार और संस्मरण वाला रहता है। छात्राएं तीन साल तक यूजी स्तर पर अपने विभाग के शिक्षकों के मार्गदर्शन में पढ़ाई पूरी की है। स्नातक करने के बाद छात्राएं पीजी, बीएड, पत्रकारिता सहित विभिन्न प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर सकती हैं। हिंदी की छात्राएं अभी से ही प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी में लग जाएं। कठिन परिश्रम और सकारात्मक प्रयास से सफलता हासिल की जा सकती है। प्राचार्य डॉ सिंह ने कहा की शिक्षक का पेशा दुनिया का सर्वश्रेष्ठ पेशा है। शिक्षक राष्ट्र निर्माता होते हैं। प्राचार्य ने हिंदी विभाग की छात्राओं के उज्ज्वल भविष्य के लिए शुभकामनाएं देते हुए कहा की छात्राएं अपनी प्रतिभा से महाविद्यालय का नाम रोशन करें। विशिष्ट अतिथि टीएमबीयू के जनसंपर्क पदाधिकारी और विश्वविद्यालय पत्रकारिता एवं जनसंचार विभाग के कोऑर्डिनेटर डॉ दीपक कुमार दिनकर ने फेयरवेल कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि आगमन और विदाई जीवन का शाश्वत सत्य और प्रकृति का सार्वभौमिक नियम भी है। डॉ दिनकर ने कहा कि हिंदी सर्वाधिक लोकप्रिय और जनप्रिय भाषा है। यह जनमानस की भाषा है। हिंदी भाषी होने का हमें गर्व है। छात्राएं अपने ज्ञान का उपयोग समाज की भलाई और बेहतरी के लिए करें। मौके पर छात्राओं ने सांस्कृतिक कार्यक्रम की भी प्रस्तुति दी। पार्ट थ्री की छात्राओं को जूनियर छात्राओं ने उपहार भेंट कर सम्मानित किया। संजना, अर्चना, नेहा, सलोनी और प्राची ने स्वागत गीत प्रस्तुत की। रितिका,आकृति, प्राची कश्यप और मनीषा ने नृत्य की प्रस्तुति दी। जबकि सलोनी भारती ने भाषण दी। फेयरवेल कार्यक्रम में मंच संचालन कल्याणी कुमारी और दीपा भारती कर रही थी।
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