रेवाड़ी के भाड़ावास मार्ग पर निर्माणाधीन रेलवे ओवर ब्रिज और रेलवे अंडर ब्रिज 18 महीने में पूरा होना था लेकिन पौने तीन वर्ष बीत जाने के बाद भी अधूरा पडा हुआ है। इसी के चलते इस समस्या से परेशान होकर आज स्थानीय लोगो ने एक दिन का धरना दिया। जिसमें रेवाड़ी विधायक चिरंजीव राव धरने पर पहुँचे और लोगो की समस्या सुनकर तुरंत जिला उपायुक्त से फोन पर बात की और निर्माण कार्य पूरा ना हो जाने तक लोगो को आने जाने के लिए वैकल्पिक रास्ता देने की बात कही। वहीं रेवाड़ी विधायक ने कहा की दो दिन पहले ही इस समस्या को लेकर उन्होंने रेल मंत्री के नाम एक पत्र भी भेजा है। विधायक चिरंजीव राव ने मीडिया से बातचीत के दौरान कहा कि फाटक के उस पार जाने वाले तीस गांवों के लोगों को परेशानी का सामना करना पड रहा है। इंसान का आखरी सफर भी मुश्किल हो गया है, श्मशान पर अंतिम संस्कार करने शवयात्रा को पांच किलोमीटर सफर तय करके जाना पड़ता है। वहीं करीब 150 दुकानदारों का काम भी ठप पडा है। किसी दुर्घटना या मरीज के इमरजेंसी में भी घूम कर जाना पडता है।
विधायक चिरंजीव राव ने बताया कि इस आर.ओ.बी. जिसका निर्माण कार्य पी.डब्ल्यू.डी.विभाग द्वारा सितंबर 2021 में शुरू किया गया था और इसे 18 महीनों में बनाकर जनता को समर्पित किया जाना था लेकिन आज पौने तीन वर्ष बीत जाने के बाद भी इसका निर्माण अधर में लटका हुआ है जिससे होने वाली परेशानियों का खमियाजा इस रास्ते पर लगते तीस गांवों के लोगों को भुगतना पड़ रहा है लेकिन सम्बंधित विभाग कुम्भकर्णी नींद में सोया है और सुनने वाला कोई नहीं। अब यहां के स्थानीय नागरिकों ने चेतावनी भरे लहजे में कहा कि यदि तीन महीने में निर्माण कार्य पूरा नहीं हुआ तो विधानसभा चुनावों का बहिष्कार भी करेगंे और आज धरने पर भी बैठे हुए हैं लेकिन मौजूदा भाजपा सरकार में इनकी सुनने वाला कोई भी नही है।
विधायक ने बताया कि इस मार्ग पर तीन वर्ष पहले रेलवे फाटक घण्टों बंद रहने के कारण लोगों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ता था काफी प्रयासों के बाद यह आर.ओ.बी.मंजूर हुआ तो लोगों में इससे मिलने वाली सुविधा को लेकर काफी खुशी थी लेकिन 18 महीनों में बनने वाला आर.ओ.बी. आज पौने तीन वर्ष बीत जाने पर भी अधूरा पड़ा है और मिलने वाली सुविधा अब दुविधा लगने लगी है। उन्होंने कहा कि आर.ओ.बी. के अधूरे निर्माण के कारण यहां स्थित दुकानदारों का कामकाज ठप्प हो गया और अब इनके सामने दो वक्त की रोजी रोटी का संकट खड़ा हो गया है। लाइन के उस पार अंतिम संस्कार के लिये शव यात्रा को भी पांच किलोमीटर लम्बा सफर तय करना पड़ता है। अधूरे निर्माण के कारण अब फाटक भी 24 घण्टे बंद रहता है जिस कारण एक तरफ से दूसरी तरफ जाने के लिए टेढ़े मेढ़े रास्तों से होकर और अपनी जान जोखिम में डालकर बाइक सवारों व स्कूली बच्चों को रेलवे लाईन क्रॉस करनी पड़ती है जो खतरे से खाली नहीं कई बार तो इसे क्रॉस करते वक्त कई लोग दुर्घटना ग्रस्त हो चुके हैं। इसलिए हमारी सरकार से मांग है कि इस आर ओ बी का निमार्ण जल्द से जल्द करवाया जाए और अभी फिलहाल लाइन के उस पार जाने के लिए कोई अन्य रास्ता भी दिया जाए ताकि लोगों कुछ राहत मिल सके।
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