ग्राम समाचार गोड्डा ब्यूरो रिपोर्ट:- सीबीआई ने प्रथम जेपीएससी परीक्षा में गलत तरीके से चुने गये 20 परीक्षार्थियों के खिलाफ राज्य सरकार से कार्रवाई की अनुशंसा की है। गलत तरीके से नियुक्ति सभी परीक्षार्थी अब एडीएम रैंक में प्रोन्नत हो गये हैं। इसलिए इनके खिलाफ "झारखंड सरकारी कर्मचारी वर्गीकरण, नियंत्रण एवं अपील नियमावली" में निहित प्रावधानों के तहत कार्रवाई करने की अनुशंसा की गयी है। इसमें सरकारी सेवकों को बर्खास्त करने का प्रावधान है। सीबीआई ने हाइकोर्ट के आदेश के आलोक में जेपीएससी- 1 में हुई गड़बड़ी के सिलसिले में प्राथमिकी दर्ज कर 12 साल में जांच पूरी की इसके बाद विशेष न्यायाधीश के अदालत में कुल 37 लोगों के खिलाफ आरोप पत्र दायर किया। इनमें 20 परीक्षार्थी, कॉपी जांचने और इंटरव्यू लेनेवाले 12 प्रोफेसर और जेपीएससी के पांच अधिकारी शामिल हैं। बाद में सीबीआई ने गलत तरीके से नियुक्त परीक्षार्थियों के खिलाफ कार्रवाई करने का अनुरोध करते हुए राज्य सरकार को पत्र लिखा है। इसमें 20 परीक्षार्थियों के नाम का भी उल्लेख किया गया है।
*सीबीआइ ने राज्य सरकार को लिखा पत्र*
■ आरोपियों में 20 परीक्षार्थी, कॉपी जांचने-इंटरव्यू लेनेवाले 12 प्रोफेसर और जेपीएससी के पांच अधिकारी शामिल।
■ गलत तरीके से नियुक्ति सभी परीक्षार्थी अब एडीएम रैंक में हो चुके हैं प्रोन्नत।
■ झारखंड सरकारी कर्मचारी वर्गीकरण, नियंत्रण एवं अपील नियमावली के प्रावधानों के तहत कार्रवाई की अनुशंसा की गयी है इनके खिलाफ।
*सरकार के स्तर से होनी चाहिए कार्रवाई : सीबीआई*
सीबीआई की ओर से राज्य सरकार को लिखे गये पत्र में कहा गया है कॉपियों के पुनर्मूल्यांकन, कापियों की गयी काट-छांट और फोरेंसिक जांच रिपोर्ट के आधार पर यह पाया गया है कि संबंधित 20 परीक्षार्थी परीक्षा में असफल हुए थे। जालसाजी कर इन्हें सफल घोषित करने के बाद आयोग द्वारा इनकी नियुक्ति की अनुशंसा राज्य सरकार से की गयी। जालसाजी कर सफल घोषित किये गये सभी परीक्षार्थी आपराधिक साजिश में किसी न किसी रूप में शामिल रहे हैं। इसलिए संबंधित परीक्षार्थियों को आइपीसी की विभिन्न धाराओं के तहत आरोपित किया गया है। जेपीएससी द्वारा साजिश रच कर अयोग्य परीक्षार्थियों को सफल घोषित किये जाने की वजह से इन्हें राज्य प्रशासनिक सेवा के पदों पर नियुक्त कर लिया गया है। ऐसी स्थिति इन सभी के खिलाफ सरकार के स्तर से भी कार्रवाई की आवश्यकता है।
*इनके खिलाफ कार्रवाई की अनुशंसा की गयी*
अनुसंशाओं में सीमा सिंह, विनय कुमार मिश्रा, सुषमा नीलम सोरंग, ज्योति कुमारी झा, कुंवर सिंह पाहन, अलका कुमारी, मोहनलाल मरांडी, राम नारायण सिंह, सुदर्शन मुर्मू, जेम्स सुरीन, जितेंद्र मुंडा, पूनम कच्छप, हेमा प्रसाद, अनंत कुमार, राजीव कुमार, परमेश्वर मुंडा, संजीव कुमार, संतोष कुमार गर्ग, विजय वर्मा, कमलेश्वर नारायण के नाम शामिल हैं।
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