हरियाणा राजपूत प्रतिनिधि सभा ने भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष सहित पार्टी के शीर्षस्थ नेताओं को ज्ञापन प्रेषित कर समाज को राज्यसभा में प्रतिनिधित्व दिए जाने की मांग की है । सभा के अध्यक्ष राव नरेश चौहान राष्ट्रपूत ने प्रेस को जारी ज्ञापन में बताया कि 1966 में हरियाणा के गठन से आज तक राज्यसभा के लिए हरियाणा राजपूत समाज को जनसंघ अथवा भाजपा द्वारा कोई प्रतिनिधित्व नहीं प्राप्त हुआ है । प्रदेश की लगभग 8% आबादी वाले राजपूत समाज के विधायक 18 अलग-अलग विधानसभा क्षेत्रों से विभिन्न कार्यकाल में निर्वाचित होते आए हैं। सर्वमान्य तथ्य है कि राजपूत समाज का झुकाव प्रारंभ से ही सनातन संस्कृति और राष्ट्र प्रेम की मानसिकता के चलते जनसंघ/ भारतीय जनता पार्टी की तरफ रहा है । हरियाणा के पहले ही चुनाव में जब जनसंघ के ग्रामीण पृष्ठभूमि के इक्का दुक्का विधायक ही आते थे उनमें 1967 में कलानौर विधानसभा क्षेत्र से जनसंघ की टिकट पर निर्वाचित हुए ठाकुर नसीब सिंह अग्रणी थे । 1968 के चुनाव में घरौंडा से ठाकुर रणधीर सिंह राणा जनसंघ की टिकट पर निर्वाचित हुए थे । आज भी हरियाणा विधानसभा में कांग्रेस, जे जे पी,इनेलो का कोई विधायक राजपूत नहीं है । भाजपा समर्थित एक निर्दलीय और एक भाजपा का राजपूत विधायक निर्वाचित हुआ है।
नरेश चौहान ने हाल ही में सम्पन्न हुए लोकसभा चुनाव परिणाम का हवाला देते हुए स्पस्ट किया कि देश प्रदेश में पार्टी के मूल कार्यकर्ता और राजपूत समाज की अनदेखी बहुत भारी पड़ी है। जून 2024 में हरियाणा की एक राज्य सभा सीट खाली हो रही है जिसके लिए हरियाणा राजपूत प्रतिनिधि सभा ने पार्टी नेतृत्व से पुरजोर आग्रह किया है कि हरियाणा राजपूत समाज के एक उपयुक्त व्यक्ति को राज्यसभा भेजने का पार्टी हित में कार्य करें। राज्यसभा सदस्य दीपेन्द्र हुड्डा के लोकसभा सदस्य चुने जाने से खाली हो रही राज्यसभा सीट पर सभा जिन 5 लोकसभा सीटों पर भाजपा ने जीत हासिल की है उनमें हरियाणा राजपूत समाज के कुरुक्षेत्र क्षेत्र से पद्मश्री प्रो रघुवेंद्र तंवर व ठाकुर वीरकर्ण सिंह राजोंद, फरीदाबाद क्षेत्र से श्रीमती नीरा तोमर व हुकुम सिंह भाटी, गुड़गाँव क्षेत्र से प्रो दशरथ चौहान, भिवानी- महेंद्रगढ़ क्षेत्र से विजय सिंह शेखावत व ठाकुर विक्रम सिंह तंवर, करनाल क्षेत्र से ऋषि पाल शास्त्री,योगेन्द्र राणा,प्रो वीरेंद्र चौहान जैसे राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ, भारतीय किसान संघ, स्वामी विवेकानंद मंच से जुड़े, आपातकाल में जेल यातना सहने वाले, पार्टी के संस्थापक सदस्यों/पदाधिकारीयों के नामों पर उनकी योग्यता व उपयोगीता के कारण विचार किया जाए अथवा पार्टी की नजर में इनसे बेहतर हरियाणा राजपूत समाज के किसी अन्य योग्य पात्र का नाम हो तो उसे यह अवसर दिया जाना प्रदेश के मौजूदा राजनीतिक परिपेक्ष्य में न्यायोचित और पार्टी हित में है। आवश्यकता पड़ने पर समाज का एक विशाल प्रतिनिधि मंडल पार्टी के शीर्षस्थ नेताओं से मुलाकात भी करेगा।
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