मास्टर नेकीराम साहित्य एवं लोकनाट्य कला संरक्षण परिषद् और हरियाणा कला परिषद् के संयुक्त तत्वावधान में स्वतंत्रता दिवस की पूर्व संध्या पर राज इंटरनेशनल स्कूल में भव्य कवि सम्मेलन का आयोजन किया गया।
हास्य कवि आलोक भांडोरिया के संचालन में हुए इस कार्यक्रम में काव्य पाठ करते हुए प्रसिद्ध हास्य कवि हलचल हरियाणवी ने दे गए हमको आजादी उनको नमन, आज का दिन है बुनियादी उनको नमन के माध्यम से वीर शहीदों को नमन किया। दिल्ली से आए हास्य कवि दीपक सैनी ने अपनी कविता हर घर पर तिरंगा फहरा है, यह लहर लहर जब लहरा है के माध्यम से जमकर वाही लूटी। झज्जर से आए हास्य कवि मास्टर महेंद्र ने अपनी हास्य कविताओं के साथ जमकर तालियां बटोरी। हास्य कवि आलोक भांडोरिया ने देश हित में दे गए जो अपने जिस्म की कुर्बानी, पन्ने-पन्ने पर अंकित रहेगी उनकी अमर कहानी के माध्यम से वीर शहीदों को नमन किया। दलबीर फूल ने अपनी कविता शहीदों की वो कुर्बानी,भुलाई जा नहीं सकती, हमारे चन्द शब्दों से, सुनाई जा नहीं सकती और डॉ. त्रिलोक फतेहपुरी की कविता साहसी वीर युवा ही जोश अपना जगाते हैं, शहादत के वो परवाने सदा ही याद आते हैं खूब सराही गई। राजेश भुलक्कड़ ने इस वतन के नाम अपनी ये जवानी कीजिए, दुश्मनों के खून से अब बागवानी कीजिए से खूब रंग जमाया। मनोज कौशिक और भूपसिंह भारती की कविताओं ने खूब रंग जमाया। स्कूल के डायरेक्टर हेमंत सैनी ने सभी कवियों को स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया। मास्टर नेकीराम साहित्य परिषद की ओर से चौ. भूपेंद्र सिंह ने सभी का आभार जताया। इस अवसर पर स्कूल के डायरेक्टर हेमंत सैनी, प्राचार्य कुलदीप जांगिड़, बुधराम पंवार, सुभाष चेटीवाल, आचार्य काशीराम, महेंद्र सिंह करनावास, भूपेंद्र सिंह सहित कई गणमान्य लोग मौजूद रहे।
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