Independence Day 2024: महिला अपराध, सेकुलर सिविल कोड सहित कई बातों का जिक्र, पढ़ें लाल किले से पीएम मोदी के संबोधन की खास बातें

ग्राम समाचार, नई दिल्ली।  प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 78वें स्वतंत्रता दिवस के मौके पर राजघाट जाकर राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की समाधि पर पुष्पांजलि अर्पित की। अपने सरकारी आवास से निकलने के बाद वह सीधे राजघाट पहुंचे और ‘बापू’ की समाधि पर श्रद्धासुमन अर्पित किए।  उन्होंने लगातार 11वीं बार लाल किले पर राष्ट्रीय ध्वज फहराया और राष्ट्र को संबोधित किया।

लाल किले से पीएम मोदी ने कहा कि देश में एक सेकुलर सिविल कोड होना चाहिए। उन्होंने कहा कि सुप्रीम कोर्ट ने बार-बार यूनिफॉर्म सिविल कोड को लेकर चर्चा की है। हमारे देश का एक वर्ग मानता है और उसमें सच्चाई भी है कि जिस सिविल कोड को लेकर हम जी रहे हैं, वह सचमुच में एक प्रकार का कम्युनल सविल कोड है। यह जो हैं वो भेदभाव करने वाला सिविल कोड है। इसलिए अब देश में एक सेकुलर सिविल कोड होना चाहिए।

पीएम मोदी ने कहा कि देश के भीतर और बाहर चुनौतियां हैं। जैसे-जैसे हम अधिक शक्तिशाली बनेंगे, चुनौतियां भी बढ़ेंगी। उन्होंने कहा कि भारत हमेशा बांग्लादेश की प्रगति का शुभचिंतक रहेगा। बांग्लादेश में जो हो रहा है उससे चिंता होना लाजिमी है। उम्मीद है पड़ोसी देश में जल्द ही सब ठीक हो जाएगा।

प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि लोगों को यह समझने की जरूरत है कि नकारात्मक मानसिकता वाले कुछ लोग देश में असंतुलन पैदा करने की साजिश रच रहे हैं। उन्होंने कहा कि हम दुनिया को बताना चाहते हैं कि उन्हें प्रगतिशील भारत को लेकर चिंतित होने की जरूरत नहीं है।

पीएम मोदी ने कहा कि पुरानी आदतें छोड़ने की जरूरत है, दुनिया भारत में निवेश करने के लिए उत्सुक है तो ऐसे समय में निवेशकों के लिए स्पष्ट नीतियां लानी होंगी। उन्होंने कहा कि हम भारत को हरित हाइड्रोजन का वैश्विक केंद्र बनाना चाहते हैं, इसमें ‘हरित रोजगार’ पैदा करने की क्षमता है।

पीएम मोदी ने कहा कि भारत का सपना है कि 2036 में होने वाले ओलंपिक खेल देश में आयोजित हों, हम इसके लिए तैयारी कर रहे हैं।

प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि राज्य नए निवेशकों को आकर्षित करने के लिए स्पष्ट नीतियां बनाएं और उन्हें सुशासन, कानून एवं व्यवस्था को लेकर आश्वस्त करें। उन्होंने कहा कि पेरिस सम्मेलन में निर्धारित जलवायु लक्ष्यों को समय से पहले हासिल करने वाला जी-20 देशों में भारत एकमात्र देश है।

प्रधानमंत्री मोदी ने स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर राष्ट्र को संबोधित करते हुए कहा कि भारत के किसान देश को दुनिया का जैविक खाद्यान्न भंडार बना सकते हैं, हम इस दिशा में काम करेंगे। उन्होंने कहा कि भारत ने बहुत तेज गति से 5जी शुरू किया, हम यहीं नहीं रुके बल्कि हम मिशन मोड पर 6जी तकनीक पर काम कर रहे हैं। हमें ‘भारत में डिजाइन किया गया’ और ‘दुनिया के लिए डिजाइन किया गया’ के मंत्र के साथ आगे बढ़ना होगा।

प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि समय की मांग है कि महिलाओं के खिलाफ अत्याचारों के लिए सजा का व्यापक प्रचार किया जाए ताकि इनके परिणाम को लेकर खौफ़ रहे।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इशारों ही इशारों में कोलकाता में हुए लेडी डॉक्टर रेप-मर्डर कांड का जिक्र किया। उन्होंने मामले में सख्त एक्शन लेने की बात कही। प्रधानमंत्री ने कहा कि महिलाओं के खिलाफ राक्षसी कृत्य करने वालों को जल्द से जल्द दंडित किया जाना चाहिए। हालांकि, वे अपने भाषण में कहीं भी इस घटना का जिक्र करते नजर नहीं आए।

प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि भारत को शक्तिशाली राष्ट्र बनाने के लिए अंतरिक्ष क्षेत्र आवश्यक है, यह जीवंत हो रहा है और हम इस क्षेत्र को मजबूती प्रदान कर रहे हैं। हम देश में ऐसी शिक्षा प्रणाली बनाना चाहते हैं कि छात्रों को पढ़ाई के लिए विदेश न जाना पड़े। छात्र विदेशों में मेडिकल की शिक्षा के लिए लाखों-करोड़ों रूपये खर्च करते हैं। हम अगले पांच वर्षों में 75,000 नयी मेडिकल सीटें सृजित करेंगे। उन्होंने कहा कि चंद्रयान के प्रक्षेपण से युवाओं में विज्ञान के प्रति रुझान और बढ़ा है, शैक्षणिक संस्थानों को इसे और सहयोग देना चाहिए।

प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि शासन में सुधार को बढ़ावा देना होगा, आपूर्ति प्रणाली को मजबूत बनाना होगा ताकि 2047 के लक्ष्य को प्राप्त किया जा सके। उन्होंने कहा कि वैश्विक विकास में भारत का योगदान बढ़ा है। देश का निर्यात बढ़ा है। प्रधानमंत्री मोदी ने स्वतंत्रता दिवस के भाषण में सरकार के हर स्तर से जीवन की सुगमता में सुधार की दिशा में मिशन मोड पर काम करने का आग्रह किया।

प्रधानमंत्री मोदी ने लाल किले से कहा कि अंतरिक्ष के क्षेत्र में सैकड़ों ‘स्टार्ट-अप’ शुरू किए गए हैं; निजी उपग्रह, रॉकेट प्रक्षेपित किए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि हमने नए आपराधिक कानूनों में सजा के बजाय न्याय को प्राथमिकता दी। पीएम मोदी ने आगे कहा कि मध्यम वर्ग देश को बहुत कुछ देता है। गुणवत्तापूर्ण जीवन की अपेक्षा करता है। हमारा प्रयास न्यूनतम सरकारी हस्तक्षेप सुनिश्चित करने का होगा।

पीएम मोदी ने अपने संबोधन में कहा कि पहले लोग सुविधाओं के लिए सरकार से गुहार लगाते थे, अब उन्हें सुविधाएं दरवाजे पर मिलती हैं। देश का युवा धीमी गति से नहीं चलना चाहता, यह हमारा स्वर्णिम युग है। उन्होंने कहा कि दस करोड़ बहनें ‘महिला स्वयं सहायता समूहों’ से जुड़ी हैं और वे आर्थिक रूप से स्वतंत्र हो रही हैं। हमने बुनियादी ढांचे के आधुनिकीकरण की दिशा में बड़े कदम उठाए, साथ ही जीवन की सुगमता को भी प्राथमिकता दी है।

प्रधानमंत्री मोदी ने स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर अपने संबोधन में कहा कि जब देश की सशस्त्र सेनाएं ‘सर्जिकल स्ट्राइक’ और हवाई हमले करती हैं, तो हर भारतीय गर्व से भर जाता है। प्रधानमंत्री मोदी ने बैंकिंग क्षेत्र में सुधारों की सराहना करते हुए कहा कि भारतीय बैंकों की गिनती अब दुनिया के सबसे मजबूत बैंकों में की जाती है। उन्होंने कहा कि हमारे द्वारा चुना गया सुधार का मार्ग विकास का खाका बन गया है।

प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि जल जीवन मिशन 15 करोड़ लाभार्थियों तक पहुंच चुका है। उन्होंने कहा कि लोग चाहते हैं कि ‘श्री अन्न’ (मोटा अनाज) सुपर फूड के रूप में दुनिया भर में खाने की हर मेज तक पहुंचे।

प्रधानमंत्री मोदी ने स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर राष्ट्र को संबोधित करते हुए कहा कि हम अपने संकल्प से भारत को 2047 तक विकसित राष्ट्र बनाने में सक्षम हैं। ‘विकसित भारत 2047’ महज शब्द नहीं हैं, ये 140 करोड़ लोगों के संकल्प और सपनों को दर्शाते हैं। उन्होंने कहा कि लोगों ने 2047 तक भारत को विकसित बनाने के लिए कई सुझाव दिए हैं, जिनमें राष्ट्र को विनिर्माण का केंद्र बनाना, ‘सीड कैपिटल’ बनाना शामिल है।

प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि अगर 40 करोड़ लोग गुलामी की बेड़ियां तोड़कर आजादी हासिल कर सकते हैं, तो जरा सोचिए कि 140 करोड़ लोगों के संकल्प से क्या हासिल किया जा सकता है।

पीएम मोदी ने कहा, विश्वास दिलाता हूं कि देश संकट की इस घड़ी में उनके साथ खड़ा है। आपको बता दें कि केरल के वायनाड में पिछले दिनों भूस्खलन के कारण 200 से अधिक लोगों की मौत हुई थी। प्रधानमंत्री मोदी ने वायनाड का दौरा किया था।

प्रधानमंत्री मोदी ने स्वतंत्रता दिवस पर राष्ट्र के नाम अपने संबोधन में कहा कि देश स्वतंत्रता सेनानियों का ऋणी है, यह उनके बलिदान को याद करने का दिन है। पिछले कुछ वर्षों में प्राकृतिक आपदाओं ने हमारी चिंता बढ़ा दी है। मैं इनसे प्रभावित परिवारों के प्रति संवेदना व्यक्त करता हूं।

प्रधानमंत्री मोदी ने लाल किले से राष्ट्र को संबोधित करते हुए कहा कि आज का दिन उन अनगिनत 'आजादी के दीवाने' को श्रद्धांजलि देने का दिन है जिन्होंने देश के लिए बलिदान दिया। यह देश उनका ऋणी है।

प्रधानमंत्री ने स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर देशवासियों को बधाई दी। उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफार्म 'एक्स' पर लिखा- सभी देशवासियों को स्वतंत्रता दिवस की ढेरों शुभकामनाएं।।।जय हिंद!’’आजादी की वर्षगांठ के मौके पर प्रधानमंत्री लाल किले से 78वें स्वतंत्रता दिवस समारोह का नेतृत्व करेंगे।

इस भव्य समारोह का अवलोकन करने के लिए लगभग 6,000 विशिष्ट अतिथियों को आमंत्रित किया गया है। हाल में संपन्न पेरिस ओलंपिक में भाग लेने वाले भारतीय दल को भी समारोह में भाग लेने के लिए आमंत्रित किया गया है।

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Editor - न्यूज डेस्क, नई दिल्ली.

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- राजीव कुमार (Editor-in-Chief)

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