ग्राम समाचार बोआरीजोर(गोड्डा)। बोआरीजोर प्रखंड के नीमाकाला पंचायत में मुखिया और उपमुखिया दोनों महिलाएं हैं, मगर स्थानीय लोगों के अनुसार, उनके पतियों ने पंचायत के कामकाज पर कब्जा जमा लिया है। स्थानीय लोगों का कहना है कि मुखिया ज्योति मुर्मू के पति सुरय हांसदा और उपमुखिया रश्मि खातून के पति फारूक अंसारी ही सभी सरकारी योजनाओं और कामकाज का संचालन कर रहे हैं।
मुखिया ज्योति मुर्मू के पति सुरय हांसदा द्वारा सरकारी कामकाज में सक्रिय भूमिका निभाने से स्थानीय लोग नाराज हैं। वहीं, उपमुखिया रश्मि खातून के पति फारूक अंसारी पंचायत भवन में बैठकर कंप्यूटर का इस्तेमाल कर ऑनलाइन सरकारी योजनाओं को संचालित कर रहे हैं। इसके साथ ही, ग्रामीणों से ऑनलाइन कार्यों के नाम पर पैसे भी वसूले जा रहे हैं, जिससे ग्रामीणों में आक्रोश है।
यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि पंचायत भवन में पंचायत सचिव या सरकारी कर्मचारी मौजूद होते हुए भी उपमुखिया के पति फारूक अंसारी सरकारी कामकाज कर रहे हैं। यह स्थिति सरकारी कर्मचारियों की भूमिका पर भी सवाल उठाती है।
ग्रामीण बताते हैं कि उपमुखिया के पति द्वारा सरकारी योजनाओं को ऑनलाइन करने के लिए अवैध रूप से पैसे लिए जा रहे हैं। सरकार द्वारा दी जा रही योजनाओं को निशुल्क बताया जाता है, लेकिन नीमाकाला पंचायत में योजनाओं का लाभ लेने के लिए पैसे की मांग की जा रही है। यह भी देखा गया है कि उपमुखिया पति के पास सरकारी ऑनलाइन सिस्टम का पासवर्ड और आईडी है, जिससे वे यह काम कर रहे हैं। यह सवाल उठता है कि उन्हें यह अधिकार कैसे मिला और इसके पीछे किसकी मिलीभगत है।
स्थानीय लोगों ने प्रखंड विकास पदाधिकारी और डीसी महोदय से मांग की है कि इस मामले पर संज्ञान लिया जाए और उचित कार्रवाई की जाए, ताकि सरकारी योजनाओं का लाभ निशुल्क और सही तरीके से अंतिम व्यक्ति तक पहुंच सके।
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