ग्राम समाचार, बरहेट (साहिबगंज)। झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के विधानसभा क्षेत्र बरहेट के राजाभीठा थाना क्षेत्र के नारायणपुर गांव के पास सुंदर नदी पर करोड़ों की लागत से बन रही पुल निर्माण में घटिया सामग्री के उपयोग को लेकर स्थानीय ग्रामीण आक्रोशित और चिंतित हैं।
ग्रामीणों का मानना है कि लंबे इंतजार के बाद यहां करोड़ों की लागत से पुल बनाई जा रही है, लेकिन घटिया सामग्री के उपयोग के कारण यह पुल लंबी आयु तक टिकाऊ नहीं होगा। पिलर निर्माण में घटिया सीमेंट और बालू का उपयोग हो रहा है, जिससे पिलर कमजोर रहने की संभावना है।
कार्य स्थल पर प्राक्कलन बोर्ड भी नहीं लगा हुआ है और बिना उद्घाटन के ही पुल निर्माण कार्य तेजी से चल रहा है। स्थानीय लोग चर्चा कर रहे हैं कि कार्य स्थल पर घटिया सामग्री का उपयोग हो रहा है और ठेकेदार मनमाने तरीके से निर्माण कार्य कर रहा है। अधिकारियों की आंख में धूल झोंकने के लिए कार्य स्थल के पास कुछ बेहतर क्वालिटी का बालू रखा गया है, जबकि पिलर निर्माण में घटिया बालू सिमेंट का उपयोग हो रहा है।
प्रशासन की मिलीभगत का शक
सवाल उठता है कि बिना प्राक्कलन बोर्ड के ही कार्य किया जा रहा है, जिससे प्रशासन की मिलीभगत का संदेह होता है। अगर ठेकेदार को प्रशासन का डर होता, तो वह पहले ही प्राक्कलन बोर्ड लगाकर कार्य करता। इस प्रकार की लापरवाही और भ्रष्टाचार से स्पष्ट होता है कि प्रशासन की मिलीभगत से इस तरह के कार्य हो रहे हैं। इससे पुल की गुणवत्ता और टिकाऊपन पर गंभीर असर पड़ सकता है, जिसे प्रशासन को गंभीरता से लेना चाहिए।
यदि इस तरह के भ्रष्टाचार को नहीं रोका गया तो मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के विधानसभा क्षेत्र में भ्रष्टाचार बढ़ता जाएगा और सरकारी राजस्व का भी नुकसान होगा। प्रशासन को इस मामले पर विशेष ध्यान देना चाहिए और पुल निर्माण कार्य में गुणवत्ता सुनिश्चित करनी चाहिए ताकि सरकार का बजट सही तरीके से उपयोग हो सके। कार्रवाई नहीं होने पर प्रशासन की मिलीभगत का संदेह भी उठेगा।
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