Godda News : एनीमिया मुक्त झारखंड सप्ताह के अंतर्गत शहरी क्षेत्र गोड्डा में UHND सत्र (शहरी स्वास्थ्य एवं पोषण दिवस- (Urban Health and Nutrition Day) का हुआ आयोजन; लोगों को किया गया जागरूक

ग्राम समाचार, गोड्डा।  एनीमिया मुक्त झारखंड सप्ताह के अंतर्गत शहरी क्षेत्र गोड्डा में UHND सत्र (शहरी स्वास्थ्य एवं पोषण दिवस - Urban Health and Nutrition Day) का आयोजन गुलज़ारबाग, गोड्डा में किया गया।

उक्त कार्यक्रम में किशोरी,गर्भवती, धात्री, प्रजनन आयु वर्ग की महिलाओं का हीमोग्लोबिन टेस्ट एवं  जागरूकता अभियान आयोजित किया गया। आयोजन के दौरान NUHM की ANM अल्बीना सोरेन ने बताया कि खून की कमी या एनीमिया रोग, कुपोषण की एक गंभीर समस्या है, जो गर्भवती महिलाओं और लंबे समय से किसी बीमारी से पीड़ित लोगों को अधिक प्रभावित करती है।

 शरीर में आयरन की कमी के कारण रक्त में आरबीसी और हीमोग्लोबिन की मात्रा में कमी आ जाती है। लाल रक्त कोशिकाओं की कमी के कारण पीली या सफेद त्वचा दिखाई दे सकती है और व्यक्ति बहुत अधिक कमज़ोरी महसूस कर सकता है। अतः यदि कोई व्यक्ति अत्यधिक कमजोरी, थकान और अन्य एनीमिया से सम्बंधित लक्षणों का अनुभव करता है, तो उसे तुरंत डॉक्टर को दिखाना चाहिए, क्योंकि यह स्थिति अन्य गंभीर समस्याओं का संकेत हो सकती है।

इसके अलावा बताया गया कि एनीमिया रोग के लक्षण और इलाज भिन्न-भिन्न स्थितियों के आधार पर भिन्न-भिन्न हो सकते हैं, जो कि एनीमिया के प्रकार, उसकी गंभीरता और आंतरिक स्वास्थ्य समस्याओं जैसे- रक्तस्राव, अल्सर, कैंसर के साथ-साथ मासिक धर्म की समस्याओं पर निर्भर करते हैं। शुरूआती एनीमिया की स्थिति में लक्षणों को महसूस नहीं किया जा सकता है, लेकिन जैसे-जैसे स्थिति गंभीर होती जाती है, लक्षणों की गंभीरता भी बढ़ती जाती है। 

एनीमिया के सामान्य लक्षणों में निम्नलिखित शामिल हैं, जैसे: थका हुआ महसूस करना और ऊर्जा में कमी, असामान्य रूप से दिल की तेज धड़कन, सांस लेने में तकलीफ (विशेष रूप से व्यायाम के दौरान) सिरदर्द होना,ध्यान केन्द्रित करने में असुविधा, चक्कर आना, त्वचा का पीला पड़ना, पैर में ऐंठन की समस्या, हड्डियों और जोड़ों में दर्द होना,हाथ और पैर का ठंडा पड़ना या सूजन आना, नज़रों की समस्या, अनिद्रा, इत्यादि। 

एनीमिया का इलाज करने के लिए आयरन से भरपूर आहार लेना चाहिए। अगर आप पर्याप्त आयरन नहीं खाते हैं, तो आपके शरीर में आयरन की कमी हो सकती है। कुछ खाद्य पदार्थ जिनमें आयरन की मात्रा अधिक होती है, उनमें शामिल हैं। मांस, अंडे, पत्तेदार हरी सब्जियाँ, अनाज जैसे लौह-युक्त खाद्य पदार्थ, फलियाँ, समुद्री भोजन, मटर, मेवे और सूखे फल, दाल आदि का सेवन कर एनीमिया से बचाव किया जा सकता है।

इस मौके पर सेविका, ममता कुमारी,सहिया रानी कुमारी, प्रेमलता कुमारी, बीटीटी प्रह्लाद कुमार,बेबी कुमारी एवं  महिला आरोग्य समिति के सदस्य आदि उपस्थित थे।

 - ग्राम समाचार, गोड्डा ब्यूरो रिपोर्ट।

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Editor - न्यूज डेस्क, नई दिल्ली.

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