मकर संक्रांति पर जरूरतमंदों को कंबल और अन्य उपहार दान करने से हमें न केवल खुशी मिलती है, बल्कि यह हमें एक सकारात्मक परिवर्तन की ओर बढ़ने की प्रेरणा भी देता है।
आज़ तक महिलाओं के साथ काम करते हुए इतना एहसास हो गया था कि एक महिला के लिए उसके बच्चे की ख़ुशी और भविष्य से ज़्यादा ज़रूरी कुछ नहीं है। 2024 का वर्ष इन बच्चों के साथ बिताने का अवसर लेकर आया, और इसी सोच के साथ, हमने 2024 में जन्म शिक्षा की शुरुआत की, जो आज एक केंद्र में तब्दील हो गई है जहां हम लगभग 40 बच्चों को निःशुल्क आफ्टर स्कूल कोचिंग प्रदान कर रहे हैं।
हम शिक्षा प्रणाली को तो नहीं बदल सकते पर अपनी तरफ़ से कोशिश करेंगे कि बच्चों की जितनी ज़्यादा से ज़्यादा मदद कर सके। हमे आशा है कि 2025 में भी इसी तरह आगे बढ़े। ये बच्चे ज़िम्मेदार इंसान बनेऔर अपने देश की तरक़्क़ी मे अहम भूमिका निभाए। इसी कोशिश के साथ हम इनके साथ खड़े हैं। आप सबका सहयोग भी इसमें महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है आप मे बहुत ऐसे है जो हमेशा हमारी मदद करते है। आप सभी के हम हमारे बच्चे और उनके परिवार आभारी है।
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